पाकिस्तान को रौंदने के बाद भारत शुक्रवार को सुपर-4 के अपने पहले मैच में बांग्लादेश से भिड़ेगा, जो किसी भी बड़ी टीम को अपने दिन हराने की क्षमता रखता है. भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता टीम संयोजन होगी, क्योंकि हार्दिक पंड्या कमर की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं, जबकि हांगकांग और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार दो दिन खेलने के बाद भुवनेश्वर कुमार को आराम दिया जा सकता है.
अक्षर पटेल और शार्दुल ठाकुर के भी चोटों के कारण बाहर होने से भारत की परेशानी बढ़ गई है. बाएं हाथ के स्पिनर खलील अहमद को भुवनेश्वर के स्थान पर अंतिम एकादश में मौका दिया जा सकता है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पंड्या का विकल्प कौन होगा.
अक्षर की जगह रवींद्र जडेजा, जबकि शार्दुल की जगह सिद्धार्थ कौल को टीम में शामिल किया गया है, जिसकी पुष्टि बीसीसीआई ने गुरुवार को की. पंड्या के विकल्प के तौर पर दीपक चाहर टीम से जुड़ रहे हैं, लेकिन अंतिम एकादश में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है.
मनीष पांडे बल्लेबाजी में गहराई पैदा कर सकते हैं और मध्यक्रम में उन्हें मौका दिए जाने की संभावना है. केदार जाधव की ऑफ स्पिन प्रभावी है और वह पंड्या के हिस्से के ओवर कर सकते हैं.
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन पहले दो मैचों में रन बनाने में सफल रहे, जबकि अंबति रायडू और दिनेश कार्तिक ने पाकिस्तान के खिलाफ ठोस बल्लेबाजी की.
महेंद्र सिंह धोनी का बल्लेबाजी फॉर्म टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय हो सकती है. यह देखना रोचक होगा कि कप्तान रोहित उन्हें ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए बुलाकर क्रीज पर अधिक समय बिताने का समय देते हैं या नहीं.
भारत और पाकिस्तान के बीच प्रतिद्वंद्विता एतिहासिक है, जबकि मेलबर्न में 2015 विश्व कप क्वार्टर फाइनल के बाद से बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिद्वंद्विता कड़वाहट भरी रही है.
कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता कि बांग्लादेश की टीम 50 ओवरों के प्रारूप में मजबूत है और 2012 में एशिया कप के फाइनल में भी जगह बना चुकी है.
प्रेरणादायी कप्तान मशरेफ मुर्तजा के मार्गदर्शन में मुश्फिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, महमूदुल्लाह टीम को मजबूती देते हैं. टीम के पास मुस्तफिजुर रहमान और रुबेल हुसैन जैसे दो स्तरीय तेज गेंदबाजों के अलावा मुर्तजा और शाकिब जैसे अनुभवी गेंदबाज भी हैं, जिससे भारत को बीच के ओवरों में रन बनाने में परेशानी हो सकती है.
बांग्लादेश को अबु धाबी (गुरुवार को अफगानिस्तान के खिलाफ) और दुबई (भारत के खिलाफ शुक्रवार को) में लगातार दो दिन खेलना है, जो भीषण गर्मी में आसान नहीं होगा.
यह शुरुआती कार्यक्रम नहीं था, लेकिन बीसीसीआई एशियाई क्रिकेट परिषद से इस कार्यक्रम को बदलवाने में सफल रहा. जिससे काफी लोग नाराज भी हैं.
दूसरी तरफ शुक्रवार को ही पाकिस्तान की टीम अबु धाबी में अफगानिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगी. बाबर आजम, इमाम उल हक और फखर जमान जैसे बल्लेबाजों को राशिद खान का सामना करने में परेशानी हो सकती है, विशेषकर अफगानिस्तान की श्रीलंका पर बड़ी जीत के बाद.