वर्ल्ड कप-2015 का एक सेमीफाइनल तय हो गया है. टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा. ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को खेले गए क्वार्टरफाइनल में पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल का टिकट हासिल किया. पाकिस्तान ने जीत के लिए ऑस्ट्रेलियो को 214 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे मेजबान टीम ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. आइए आपकों दोनों पारियों के पल-पल का हाल.
क्वार्टर फाइनल के लिहाज से पाकिस्तान का स्कोर काफी कम था लेकिन एडिलेड की कंडीशंस और तेज़ गेंदबाज़ों के लिए विकेट से मदद मिलने की उम्मीद लिए पाकिस्तानी गेंदबाज़ों ने ऑस्ट्रेलिया पर हमला बोल दिया.
शुरुआत में ही लड़खड़ाए मेज़बान
डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी की शुरुआत करने उतरे. लेकिन इससे पहले कि ये साझेदारी कुछ जम पाती सोहेल ख़ान ने कंगारुओं को पहला झटका दे दिया. 5 गेंदों पर 2 रन बनाने के बाद फिंच सोहेल की गेंद को पढ़ने में चूके और विकेट के सामने गेंद उनके पैड से जा टकराई. हालांकि फिंच ने रिव्यू के लिए अपील की लेकिन थर्ड अंपायर को फैसला लेने में ज़्यादा वक्त नहीं लगा. फिंच के जाने के बाद स्टीवन स्मिथ क्रीज पर आए और उन्होंने वॉर्नर के साथ मिलकर पारी को संवारने का काम शुरू किया. दोनों ने मिलकर अगले 6 ओवर में 5 की औसत से रन जोड़े. पाकिस्तानी पेस बैट्री लगातार दोनों का इम्तिहान ले रही थी. खास तौर पर वहाब रियाज़ ने तो जैसे ऑस्ट्रेलिया से स्लेजिंग का बदला लेने की ठान ली थी.
वहाब का इंतकाम
ऑस्ट्रेलिया के अभी 50 रन भी नहीं हुए थे कि डेविड वॉर्नर को वहाब रियाज़ ने अपना शिकार बना लिया. वहाब की तेज़ गेंद का फायदा उठाते हुए वॉर्नर ने थर्डमैन की तरफ अपरकट लगाया लेकिन वहां खड़े राहत अली ने दौड़ते हुए एक शानदार लो कैच लिया और वॉर्नर की 24 रन की पारी का अंत कर दिया. दो ओवर बाद ही कप्तान माइकल क्लार्क भी चलते बने. वहाब रियाज़ की शॉर्ट गेंद को क्लार्क नीचे नहीं रख पाए और फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर खड़े शोएब मकसूद ने एक आसान कैच लेकर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की वापसी तय कर दी. क्लार्क ने सिर्फ 8 रन बनाए. 2 विकेट मिलने के बाद वहाब और खतरनाक हो गए. शेन वॉटसन खास तौर पर उनके निशाने पर रहे. अपनी शॉर्ट गेंदों से उन्होंने वॉटसन को खूब परेशान किया. पारी के 17वें ओवर में उन्होंने वॉटसन की वापसी का इंतज़ाम कर ही दिया था लेकिन राहत अली ने फाइन लेग पर उनका एक आसान सा कैच टपका कर रियाज़ और पाकिस्तान दोनों के सपनों पर पानी फेर दिया. वॉटसन उस समय सिर्फ 4 रन बनाकर खेल रहे थे.
जम गई स्मिथ-वॉटसन की जोड़ी
स्टीवन स्मिथ और शेन वॉटसन ने अपनी टीम की नैय्या पार लगाने की ज़िम्मेदारी उठाई. दोनों ने मिलकर सूझबूझ का इस्तेमाल किया और हर गेंद पर संभल-संभलकर बल्लेबाज़ी की. पाकिस्तानी गेंदबाज़ों के बार-बार उकसाने का भी दोनों पर कोई असर नहीं पड़ा. दोनों ने मिलकर ना सिर्फ विकेट गिरने का सिलसिला रोका बल्कि 16 ओवर में 89 रन की साझेदारी कर दी. स्मिथ ने 69 गेंदों पर 65 रन की पारी खेली जिसमें उन्होंने 7 चौके जड़े. जब एहसान आदिल ने उन्हें 27वें ओवर में एलबीडब्ल्यू किया तब तक ऑस्ट्रेलिया डेढ़ सौ के करीब पहुंच चुकी थी.
वॉटसन ने भी जमाई हाफ सेंचुरी
स्मिथ के बाद ग्लेन मैक्सवेल क्रीज पर आए और आते ही उन्होंने पाकिस्तानी गेंदबाज़ों पर हमला करना शुरू कर दिया. शेन वॉटसन ने भी 58 गेंदों पर 5 चौकों की मदद से अपनी हाफ सेंचुरी पूरी कर ली. 33वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया. मैच खत्म होने को था लेकिन वहाब रियाज़ और शेन वॉटसन की जंग अब भी जारी थी. पाकिस्तानी कप्तान और अंपायरों को बार-बार बीच में आना पड़ा. पारी के 33वें ओवर में वॉटसन ने वहाब रियाज की गेंदों पर एक छक्का और एक चौका जड़ा तो रियाज आपे से ही बाहर हो गए.
ऑस्ट्रेलिया की जीत
मैक्सवेल ने पारी के 34वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का जड़ा और वॉटसन ने पांचवी गेंद पर चौका लगाकर अपनी टीम को 6 विकेट से जीत दिला दी. वॉटसन 64 और मैक्सवेल 44 रन बनाकर नाबाद रहे. पाकिस्तान की खराब गेंदबाज़ी और फील्डिंग उन्हें ले डूबी. अपने करियर के आखिरी वर्ल्डकप मैच में शाहिद अफरीदी ने बेहद निराश किया. सिर्फ 4 ओवर की गेंदबाज़ी में उन्होंने 30 रन दिए और कोई विकेट भी नहीं लिया. वहाब रियाज़ ने भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को आखें तो खूब दिखाईं लेकिन 9 ओवर में 54 रन भी लुटवा दिए. इस मैच के साथ ही तय हो गया कि भारत का सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया से होगा.
क्रिकेट वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल का टिकट दांव पर हो, दो बड़ी टीमें आमने-सामने हों और उनमें से भी एक मेजबान टीम हो तो माहौल तो ज़बरदस्त होगा ही. एडिलेड में भी ऐसा ही धमाल देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. पाकिस्तान ने टॉस जीता और थोड़ी घास वाली बाउंसी विकेट पर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया. ऑस्ट्रेलिया भी पहले बल्लेबाज़ी करना चाहता था लेकिन पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मदद देखकर उन्हें कोई खास परेशानी भी नहीं हुई. हालांकि उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ पैट कमिंस की जगह एक दूसरे तेज़ गेंदबाज़ जोश हेज़लवुड को टीम में शामिल किया. पाकिस्तान इस मैच में बिना किसी बदलाव के उतरा. अहमद शहज़ाद और सरफराज़ अहमद पर टीम को एक अच्छी शुरुआत देने की ज़िम्मेदारी थी और दोनों ही उसमें नाकाम साबित हुए.
सस्ते में लौटे ओपनर्स
पाकिस्तान के दोनों ओपनर्स ने वर्ल्ड कप में इस मैच से पहले तक दमदार प्रदर्शन किया था लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पेस बैट्री के सामने दोनों ने ही घुटने टेक दिए. स्कोरबोर्ड पर अभी 4.4 ओवर में 20 रन ही जुड़े थे कि मिशेल स्टार्क की एक तेज़ गेंद को समझने में सरफराज अहमद नाकाम रहे और स्लिप में खड़े वाटसन को उन्होंने कैच थमा दिया. वाटसन ने अपने दाएं तरफ शानदार डाइव लगाते हुए इस कैच को पकड़ा. सरफराज ने 10 रन बनाए. 4 रन बाद ही हेज़लवुड ने पाकिस्तान को एक और झटका दे दिया. एक वाइड लेंथ गेंद को शरीर से दूर खेलने का खामियाज़ा अहमद शहज़ाद को भुगतना पड़ा, जब माइकल क्लार्क ने सेकेंड स्लिप में उनका एक आसान कैच पकड़ा. शहज़ाद ने 5 रन बनाए. 24 के स्कोर पर पाकिस्तान के दोनों ओपनर पेवेलियन के अंदर बैठे थे.
हारिस-मिस्बाह की साझेदारी
पाकिस्तान की टीम मुसीबत में थी. ऐसे में कप्तान मिस्बाह उल हक और हारिस सोहेल ने साझेदारी जमाने की कोशिश की. दोनों ने संभल-संभल कर रन बनाने शुरू किए. दोनों ने अगले 18 ओवर तक कोई जोखिम नहीं लिया और पाकिस्तान का स्कोर 97 रन तक पहुंचाया. इस दौरान पाकिस्तान की रनगति बेहद कम थी इसलिए मिस्बाह ने खतरा उठाने का फैसला किया. मैक्सवेल के पहले दो ओवरों में वो दो छक्के जड़ चुके थे लेकिन इस बार मैक्सवेल भी सावधान थे. मिस्बाह ने पारी के 24वें ओवर में एक बार फिर स्लॉग स्वीप के ज़रिए मैक्सवेल पर छक्का लगाने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके बल्ले का टॉप एज लेती हुई डीप मिडविकेट पर खड़े एरॉन फिंच के पास जा पहुंची, जिन्होंने एक आसान कैच लेकर मिस्बाह की 34 रन की पारी का अंत कर दिया. हारिस सोहेल भी 41 रन बनाने के बाद मिशेल जॉन्सन का शिकार बन गए, उन्हें विकेटकीपर हैडिन ने आसानी से कैच किया. पाकिस्तान ने 112 रन तक 4 विकेट गंवा दिए थे.
ऑस्ट्रेलिया ने कसा शिकंजा
ऑस्ट्रेलियाई टीम को जो चाहिए था वो उन्हें मिल गया था. पाकिस्तान दबाव में था और रन बामुश्किल ही बन रहे थे. उमर अकमल भी 20 रन बनाने के बाद मैक्सवेल का शिकार बने. अपना विकेट फेंकने के लिए मशहूर उमर अकमल ने इस मैच में भी यही किया और गेंद उड़ाने के चक्कर में एरॉन फिंच को डीप मिडविकेट एक आसान कैच पकड़ा गए. इसके बाद आए शाहिद अफरीदी ने शोएब मकसूद के साथ मिलकर तेज़ी से रन बनाने शुरू किए लेकिन जैसा कि हमेशा होता है कुछ चौके, कुछ छक्के और फिर अफरीदी आउट...यहां भी यही हुआ. 23 रन बनाने के बाद अफरीदी हेज़लवुड की गेंद को उड़ाने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर धर लिए गए. इस पोज़ीशन पर एरॉन फिंच का ये तीसरा कैच था. शोएब मकसूद और वहाब रियाज़ ने तेज़ी से 30 रन जोड़े लेकिन 29 रन बना चुके मकसूद को हेज़लवुड ने अपने जाल में फंसा ही लिया. कवर्स पर खड़े मिचेल जॉन्सन ने इस कैच को पकड़ा. 188 पर गिरा पाकिस्तान का ये सातवां विकेट था.
ऑस्ट्रेलिया, स्लेजिंग और पस्त पाकिस्तान
क्वार्टर फाइनल जैसे अहम मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम खेल रही हो और स्लेजिंग ना हो, ऐसा कैसे हो सकता है. पारी के 39वें ओवर में मिशेल स्टार्क की गेंद पर वहाब रियाज़ बीट हो गए. गेंद फेंकने के बाद स्टार्क वहाब रियाज़ की तरफ गए और उनसे पूछा कि गेंद दिखी या नहीं. रियाज़ भी भड़क गए और स्टार्क की तरफ बढ़े. वो तो भला हो फील्ड अंपायर एरस्मेस का जिन्होंने बीचबचाव किया. खैर इस लड़ाई में जीत स्टार्क की ही हुई. 16 रन बनाने के बाद रियाज़ स्टार्क की गेंद पर विकेटकीपर हैडिन को कैच दे बैठे. लगातार गिरते विकेटों के बीच पाकिस्तान के लिए 200 रन बनाने भी मुश्किल हो गए. पाकिस्तान का नौवां विकेट सोहेल खान के रूप में गिरा जिन्हें हेज़लवुड ने 4 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया. 197 पर पाकिस्तान के 9 विकेट गिर चुके थे.
आखिरकार बन गए 200
पाकिस्तान की तरफ से बल्लेबाज़ी करने उतरी आखिरी जोड़ी ने आखिरकार अपनी टीम को 200 का आंकड़ा पार करा दिया. अहसान आदिल और राहत अली ने आखिरी ओवरों में कुछ हाथ दिखाने की कोशिश तो की लेकिन अपनी टीम को 213 के पार नहीं ले जा सके. पाकिस्तान अपनी पारी में 50 ओवर खेलने से महज़ 1 गेंद पहले ऑलआउट हो गया. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ी के हीरो जोश हेज़लवुड रहे जिन्होंने 4 विकेट लिए. स्टार्क और मैक्सवेल को 2-2 और जॉन्सन को 1 विकेट मिला. ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 214 का लक्ष्य मिला.