इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में शानदार शुरुआत की है. रविवार को पर्थ में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 8 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही जोस बटलर की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. दोनों देशों के बीच अब दूसरा टी20 मुकाबला 12 अक्टूबर को कैनबरा में खेला जाएगा.
मैथ्यू वेड ने की गिरी हुई हरकत
पहले टी20 मुकाबले के दौरान विवाद भी पैदा हुआ जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैथ्यू वेड ने आउट होने से बचने के लिए इंग्लिश गेंदबाज मार्क वुड को धक्का दिया. यह पूरा वाकया ऑस्ट्रेलियाई पारी के 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर घटा. मैथ्यू वेड ने बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद की टाइमिंग सही नहीं थी और वह हवा में खड़ी हो गई. ऐसे में गेंदबाज मार्क वुड के पास इस कैच को पकड़ने का सुनहरा मौका था.
मार्क वुड को अपने पास आता देखकर वेड ने क्रीज के अंदर जाने की आड़ में शर्मनाक हरकत की. इस दौरान वेड ने कैच आउट होने से बचने के लिए मार्क वुड को हाथ से धक्का दिया, जिसके चलते वुड कैच नहीं पकड़ पाए. इंग्लिश टीम ने वेड के खिलाफ 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' की अपील नहीं की, ऐसे में मैदानी अंपायर्स ने मामले को थर्ड अंपायर के हवाले नहीं किया.
यदि इंग्लिश टीम 'ऑब्सट्रक्टिंग' की अपील करती तो वेड को तीसरे अंपायर द्वारा आउट करार दिया जाता क्योंकि उन्होंने जानबूझकर वुड को धक्का दिया था. हालांकि, मैथ्यू वेड ने मौके का फायदा नहीं उठाया और 15 गेंदों में 21 रन बनाकर आउट हो गए. वह अंतिम मान्यता प्राप्त बल्लेबाज थे और इंग्लैंड ने उनके आउट होने के बाद मैच भी जीत लिया.
हेल्स रहे प्लेयर ऑफ द मैच
ऑस्ट्रेलिया टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 200 रन ही बना सकी. इंग्लैंड की टीम के लिए मार्क वुड सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 34 रन देकर 3 विकेट चटकाए. वहीं रीस टॉप्ली और सैम कुरन को 2-2 सफलताएं प्राप्त हुईं. एलेक्स हेल्स ने 51 गेंदों में 84 रनों की शानदार पारी खेली थी जिसके दम पर इंग्लिश टीम ने 20 ओवर में छह विकेट पर 208 रनों का स्कोर खड़ा किया.
कप्तान जोस बटलर ने कही ये बात
हेल्स को इस धमाकेदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. उधर कप्तान जोस बटलर ने इस वाकये को लेकर मजाकिया लहजे में कहा, 'मुझे पता नहीं कि क्या हुआ था. अंपायर्स ने पूछा कि क्या मैं अपील करना चाहता हूं और मैंने सोचा कि हमें यहां ऑस्ट्रेलिया में लंबे समय तक रुकना है. ऐसे में इतनी जल्दी जोखिम नहीं ले सकता था.'