भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस वक्त टेस्ट सीरीज़ चल रही है. दोनों ही टीमों के बीच होने वाले इन मुकाबलों पर पूरी दुनिया की नज़र रहती है. अभी टीम इंडिया इस सीरीज़ में 2-0 से आगे चल रही है और ऑस्ट्रेलिया लगातार चौथी बार सीरीज़ हारने की कगार पर है. इस बड़ी सीरीज़ को कवर करने के लिए ऑस्ट्रेलिया से भी बड़ी संख्या में पत्रकार भारत आए हैं, इन्हीं में से एक पत्रकार ने अपनी आपबीती को साझा किया है और बताया कि तरह भारत में उन्हें रेसिज्म का शिकार होना पड़ा है.
ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार Andrew Wu ने हाल ही में एक आर्टिकल में इस बात का जिक्र किया है कि पिछली टेस्ट सीरीज़ में उन्हें भारत में नस्लभेद का शिकार होना पड़ा है. इस दौरे पर जब Andrew Wu दोबारा भारत आए, तब उन्होंने इस अनुभव को साझा किया. साथ ही एक पॉडकास्ट में भी इस विषय पर बात की.
Andrew Wu ने The Age पर लिखे अपने आर्टिकल में लिखा है कि 2017 की सीरीज़ में जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज़ चल रही थी, तब डीआरएस को लेकर विवाद हुआ था. इसी गर्मी के बीच मुझे ई-मेल पर नस्लीय टिप्पणियां की गईं. किसी ने लिखा कि आखिरी बार मैंने जब चेक किया तो चीन आईसीसी का हिस्सा नहीं है.
Andrew Wu के मुताबिक, एक शख्स ने उन्हें चिढ़ाया कि एग फू यंग इस बार टीम के लंच मेन्यू में शामिल नहीं है, भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में अनाप-शनाप लिखने से बचें. Andrew Wu ने बताया कि जबतक सीरीज़ चली उन्हें रोज़ाना लगातार इस तरह के ई-मेल, मैसेज आते रहे, जिसमें उनके चीनी मूल के होने का मज़ाक उड़ाया गया.
Andrew Wu ने एक पॉडकास्ट में भी जिक्र किया कि ऑस्ट्रेलिया में कई चीनी मूल के लोग रहते हैं, लेकिन वहां भी काफी कम ही क्रिकेट में एंट्री पाते हैं. आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में नस्लभेद का विवाद सामने आया हो. भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया गई थी, उस वक्त मोहम्मद सिराज के साथ भी वहां के लोगों ने इस तरह की बदतमीजी की थी.