मार्च में प्रस्तावित ऑस्ट्रेलिया के पाकिस्तान दौरे को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ी असहज महसूस कर रहे हैं. 25 जनवरी को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने जानकारी दी थी कि ऑस्ट्रेलिया अपनी फुल स्ट्रेंथ टीम के साथ ही पाकिस्तान दौरे पर जाएगी.
लेकिन ठीक एक दिन बाद मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. लाहौर में हुए हाल के बम धमाकों की वजह से कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और पाकिस्तान दौरे को लेकर पसोपेश में हैं.
खिलाड़ियों की सुरक्षा प्राथमिकता
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने एक बयान में कहा था कि उनके लिए उनके खिलाड़ियों की सुरक्षा ही प्राथमिकता होगी. ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने साथ ही बयान में यह भी जानकारी दी थी कि वह और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मिलकर सुरक्षा और सीरीज को लेकर दोनों सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा अक्टूबर-नवंबर 1998 में किया था. 24 साल बाद एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान दौरे की तैयारी कर रहा है.
ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने कहा, 'अभी दोनों बोर्ड सीरीज और दौरे को आखिरी रूप में देने में लगी हैं, जैसे ही सब तय होता है वैसे ही इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी और उसके बाद टीम की भी घोषणा की जाएगी.
हर टीम को पाकिस्तान में सुरक्षा की चिंता
पाकिस्तान में श्रीलंकाई टीम पर 2009 में हुए हमले के बाद सभी टीमों ने सुरक्षा की नजर से पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया था. ऑस्ट्रेलिया को पाकिस्तान के खिलाफ 3 टेस्ट और 3 वनडे मुकाबले खेलने हैं. इसी बीच इंडियन प्रीमियर लीग का 15वां सीजन भी खेला जाना है. ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच पहला टेस्ट 3 मार्च से कराची के नेशनल स्टेडियम में प्रस्तावित है. इसके पहले वेस्टइंडीज, जिम्बाब्वे की टीमें हाल ही में पाकिस्तान का दौरा कर चुकी हैं.
पिछले साल न्यूजीलैंड ने अपना दौरा पहले मैच वाले दिन ही रद्द कर दिया था. जिसके बाद इंग्लैंड ने भी सुरक्षा की नजर से पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया था.