टीम इंडिया में शामिल हुए अक्षर पटेल की गेंदबाजी से पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. उन्होंने कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि बाएं हाथ का ये स्पिनर टेस्ट क्रिकेट के दर्जे का स्पिनर नहीं है और वह महज एक साधारण गेंदबाज है.
उन्होंने कहा कि अक्षर की गेंदबाजी का आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है. गावस्कर ने कहा कि 21 वर्षीय स्पिनर भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा नाम बनने की स्थिति में नहीं था और उसे टेस्ट क्रिकेट में विशेषज्ञ स्पिनर नहीं माना जा सकता क्योंकि वह गेंद को टर्न नहीं करा पाता.
'अक्षर की गेंदों में फ्लाइट नहीं होती'
गावस्कर से जब पूछा गया कि क्या पटेल में टेस्ट स्पिनर बनने की संभावना है, उन्होंने कहा, 'नहीं, अक्षर पटेल वह वैकल्पिक स्पिनर नहीं है जिस पर भारत को गौर करना चाहिए. वह साधारण गेंदबाज है जो सिर्फ गेंद करता है. उसकी गेंदों में फ्लाइट नहीं होती है और उसकी गेंदों का आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है. जब तक पिच अनुकूल नहीं हो तब तक वह गेंद को टर्न नहीं करा पाता है. वह मध्यम गति के गेंदबाज से थोड़ी धीमी गति से गेंद करता है.'
'अश्विन, भज्जी, अमित और कर्ण अच्छे ऑप्शन'
उन्होंने श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया का विश्लेषण करते हुए कहा, 'हां, अश्विन, हरभजन, अमित मिश्रा और कर्ण शर्मा जैसे स्पिनरों पर भारत गौर कर सकता है लेकिन निश्चित रूप से अक्षर पटेल पर नहीं.' पटेल ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद अब तक 18 वनडे और दो टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, उन्होंने 18 वनडे में 26.60 की औसत से 23 विकेट लिए हैं. पिछले महीने बांग्लादेश के खिलाफ दो वनडे मैचों में उन्होंने दो विकेट लिए. जिंबाब्वे के खिलाफ हाल में खत्म हुई पांच वनडे की सीरीज में पटेल ने तीन मैचों में पांच विकेट हासिल किए थे.
'रणजी ट्रॉफी की पिचें भी हैं दोषी'
गावस्कर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अगर अच्छे गेंदबाज पैदा नहीं कर पाया तो इसका कारण रणजी ट्रॉफी के लिये तैयार की जा रही पिचों को भी कुछ हद तक दोष दिया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों से हम अच्छे स्पिनर पैदा नहीं कर पाए. इसका एक कारण रणजी ट्रॉफी मैचों के लिए तैयार की जा रही पिचें भी हैं. हम रणजी मैचों के लिए पिचों पर बहुत अधिक घास छोड़ देते हैं और इससे स्पिनरों को मदद नहीं मिलती.'
गावस्कर ने कहा, 'हमें ऐसी पिचें तैयार करनी चाहिए जो बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के अनुकूल हों. घास रखी जा सकती है लेकिन बहुत अधिक नहीं. पिचें ऐसी होनी चाहिए कि जिससे मैच के शुरू में स्पिनर अपनी फ्लाइट का उपयोग करें और इसके बाद दूसरे और तीसरे दिन वे फ्लाइट में कमी लाएं.'
'विराट का भारत-ए के लिए खेलने का फैसला अच्छा'
उन्होंने टेस्ट कप्तान विराट कोहली का श्रीलंका सीरीज से पहले चेन्नई में भारत-ए मैच में खेलने के फैसले को सही बताया. गावस्कर ने कहा, 'विराट की तरफ से यह बहुत अच्छा फैसला है. उन्होंने पिछले दो तीन सप्ताह में बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली है. बांग्लादेश में भी उनकी फॉर्म में उनके स्तर के मुताबिक नहीं रही. अगर वह भारत-ए मैच में बड़ा स्कोर बनाता है तो आत्मविश्वास के साथ श्रीलंका जाएगा.'
अमित का टीम में चुना जाना चिंताजनकः अगरकर
वहीं पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर ने श्रीलंका के खिलाफ टीम में अमित मिश्रा के चयन पर आश्चर्य जताया और कहा कि यह देश में युवा स्पिन गेंदबाजों की कमी को दर्शाता है. 32 वर्षीय लेगब्रेक गेंदबाज मिश्रा को भारतीय टीम में कर्ण शर्मा की जगह शामिल किया गया है.
अगरकर ने कहा, 'जी हां, अमित मिश्रा को टीम में शामिल किए जाने से मैं चकित हूं. हरभजन सिहं की ही तरह वे पूर्व स्पिन गेंदबाजों को चुन रहे हैं. इसका एक चिंताजनक पहलू यह भी है कि वर्तमान में हमारे पास कोई युवा स्पिन गेंदबाज नहीं है.' अगरकर ने कहा, 'मिश्रा लंबे समय से नेशनल टीम से बाहर चल रहे हैं और घरेलू क्रिकेट में ही सक्रिय हैं. इसका कारण यह है कि उनकी गेंद हवा में और पिच पर धीमी रफ्तार से पड़ती है. कर्ण चोटिल है, जिसके चलते उन्हें अनुभवी गेंदबाज को चुनना पड़ा.'