भारतीय टीम का बांग्लादेश से मैच सम्पन्न हुआ और पॉइंट्स टेबल में भारत के नाम के आगे 2 पॉइंट और जुड़े. इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 184 रन बनाये और जवाब में बारिश से बाधित हुए मैच में बांग्लादेश में को 16 ओवर में 151 रन बनाने का टार्गेट मिला. ये मैच बांग्लादेश 5 रनों से हार गया. इस मैच के दौरान ऐसे कुछ वाकये हुए जिनके बारे में अभी भी बात हो रही है और सोशल मीडिया पर थोक के भाव कमेन्ट आ रहे हैं. दो मौकों पर विराट कोहली इन घटनाओं के केंद्र में रहे. पहले तो उन्होंने अम्पायर की ओर नो-बॉल का इशारा किया जिसके बाद अम्पायर मरे इरेस्मस ने नो-बॉल भी दी. उसके बाद फ़ील्डिंग के दौरान उन्होंने डीप बैकवर्ड पॉइंट से आ रहे थ्रो को बीच में रिले थ्रो करने का इशारा भर किया जिसपर बांग्लादेशी खिलाड़ी उनपर फ़ेक फ़ील्डिंग का आरोप लगाने लगे. इन आरोपों के बारे में मैच के बाद बात शुरू हुई. तब तक बांग्लादेश हार चुका था और इसके बारे में बात करने वालों का कहना था कि फ़ेक फ़ील्डिंग के लिये बांग्लादेश को 5 रनों की पेनाल्टी मिलनी चाहिये थी.
इस फ़ेक फ़ील्डिंग के बारे में बांग्लादेश के विकेटकीपर नूरुल हसन ने कहा कि अम्पायरों का ध्यान इस ओर खींचा गया था लेकिन उन्होंने कोहली और इंडिया के ख़िलाफ़ कोई ऐक्शन नहीं लिया. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के ऑपरेशन्स के चेयरमैन जलाल यूनुस ने भी ऐसा ही कुछ कहा. इन सभी बातों के बाद सोशल मीडिया पर ग़ैर भारतीय, ख़ासकर बांग्लादेशी और पाकिस्तानी यूज़र्स ने हल्ला कातना शुरू कर दिया. चीटिंग से लेकर बीसीसीआई और आईसीसी के बीच साठ-गांठ तक की बातें कही जाने लगीं. पाकिस्तानी यूज़र्स ने अपने मैच के आख़िरी ओवर में दी जाने वाली नो-बॉल का भी ज़िक्र करना शुरू कर दिया.
इस सब के बीच, याद आये कुछ ऐसे मौके, जब बांग्लादेश के गेम के दौरान या उनके प्रशंसकों ने ऐसी हरकतें कीं जो ठीक नहीं ठहरायी जा सकतीं या फिर जिन्होंने एक कड़वा स्वाद छोड़ा.
क्लिक करें: फेक फील्डिंग का वो नियम, जिसमें विराट कोहली पर आरोप लगाकर खुद फंस सकता है बांग्लादेश
1. बांग्लादेश वर्सेज़ श्रीलंका, निदाहास ट्रॉफ़ी 2018
निदाहास ट्रॉफ़ी के छठे मैच के आख़िरी ओवर में बांग्लादेश को जीतने के लिये 12 रन चाहिये थे. इसुरु उडाना की पहली गेंद डॉट गयी और ये एक बाउंसर थी. मुस्तफ़ीज़ुर को जो दूसरी गेंद मिली, वो भी एक पटकी हुई गेंद थी जो वो मिस कर गए. इसके बाद उन्होंने रन चुराना चाहा लेकिन उन्हें बॉलिंग वाले छोर पर रन-आउट कर दिया गया. वो वापस जा रहे थे लेकिन इतनी देर में शाकिब अल हसन नीचे उतारकर आये और बाउंड्री से अम्पायरों से कुछ बात करने की कोशिश करने लगे. सब्स्टिट्यूट फ़ील्डर दौड़कर अंदर आये और अम्पायरों और श्रीलंकाई खिलाड़ियों से बहस में उलझ गए. असल में शाकिब ने दूसरी गेंद पर लेग-अम्पायर को नो-बॉल का इशारा करते हुए देख लिया था. लेकिन फिर अम्पायर ने उसपर रन आउट तो दिया लेकिन नो-बॉल नहीं दी. इस वजह से बांग्लादेश को 5 की जगह 4 गेंद में 12 रन चाहिये थे. गर्मागर्मी के बीच सब्स्टिट्यूट फ़ील्डर से श्रीलंका के खिलाड़ी ने जाने को कहा और उसे दूसरी दिशा में धकेल दिया. इस धक्के ने बातचीत में अग्रेशन को और बढ़ा दिया और खिलाड़ी एक-दूसरे पर उंगलियां उठाने लगे. बंगलदेश के सभी खिलाड़ी बाउंड्री पर चीख-चिल्ला रहे थे. खेल काफ़ी देर तक रुका रहा और शाकिब अल हसन अपने बल्लेबाज़ों को वापस आने का इशारा करने लगे. काफ़ी देर की बहसबाज़ी के बाद मैच फिर से शुरू हुआ और महमूदुल्लाह ने 5वीं गेंद पर छक्का मारकर बांग्लादेश को जीत दिलाई.
मैच ख़तम होने के बाद भी दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए. महमूदुल्लाह को एक मौके पर अपने ही साथी खिलाड़ी पर चिल्लाते हुए देखा गया क्यूंकि वो कुछ ज़्यादा ही अग्रेशन से श्रीलंकाई खिलाड़ियों से बात कर रहा था. कर्टनी वॉल्श, जो उस वक़्त बांग्लादेश के बॉलिंग कोच थे, अपने खिलाड़ियों को शांत करने की हर कोशिश करते दिख रहे थे. यहां ये भी बता दें कि बांग्लादेश के जिस सब्स्टिट्यूट फ़ील्डर की बहसबाज़ी के चलते मैदान के बीच ये सारा बखेड़ा खड़ा हुआ और मैच ख़तम हो जाने के बाद श्रीलंका के खिलाड़ियों से जो जा भिड़ा था, वो वही नूरुल हसन हैं जिन्होंने मैच के बाद विराट कोहली के कथित फ़ेक थ्रो पर सवाल उठाये.
इसी मैच के 2 दिन बाद, 18 मार्च को हुए फ़ाइनल में दिनेश कार्तिक ने 8 गेंदों में 29 रन बनाकर इंडिया को निदाहास ट्रॉफ़ी का विजेता बनाया था. बांग्लादेश के खिलाड़ियों के आचरण के चलते मेज़बान देश श्रीलंका के लगभग सारे फ़ैन्स इंडिया को सपोर्ट कर रहे थे और कोलम्बो का मैदान भारतीय टीम का होम ग्राउंड मालूम दे रहा था.
2. बांग्लादेश वर्सेज़ अफ़ग़ानिस्तान, टी-20 सीरीज़ 2018 (देहरादून)
बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान की टीमें देहरादून में टी-20 सीरीज़ के लिये आयी हुई थीं. इस टी-20 सीरीज़ के बाद अफ़ग़ानिस्तान को अपना पहला टेस्ट मैच खेलना था जो बेंगलुरु में इंडिया के ख़िलाफ़ होना तय हुआ था. देहरादून अफ़ग़ान टीम का नया होम ग्राउंड बन रहा था. इसी टी-20 सीरीज़ में अफ़ग़ानिस्तान ने बांग्लादेश को 3 में से 3 मैच हराये. 2018 की शुरुआत में श्रीलंका की टीम बांग्लादेश आयी थी और यहां इनके बीच 2 टेस्ट और 2 टी-20 मैच खेले गए थे. बांग्लादेश ने इस सीरीज़ के दौरान एक भी मैच नहीं जीता था और श्रीलंका ने 1-0 से टेस्ट और 2-0 से टी-20 सीरीज़ अपने नाम की थी. इसी टूर के दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच खटास पैदा होती दिखी थी और 'नागिन डांस' इसके पीछे एक बड़ी वजह थी. बाद में, श्रीलंका में हुई निदाहास ट्रॉफ़ी के दौरान बहुत कुछ हुआ और नागिन डांस पूरी तरह से बांग्लादेश के साथ जुड़ गया.
देहरादून में हो रही टी-20 सीरीज़ के दौरान भी बांग्लादेशी खिलाड़ियों को अपने दोनों हाथों को सर के ऊपर उठाकर फन बनाते हुए नागिन सा नाचते देखा गया. ये इन खिलाड़ियों का 'फ़िनिशिंग मूव' सा बन गया था. और धीरे-धीरे ये क्रिंज से होते हुए बदतमीज़ी के स्तर पर पहुंच गया. सीरीज़ के आख़िरी मैच में बांग्लादेश को इसका पूरा जवाब भी मिला. अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ियों के हाथों.
आख़िरी मैच में अफ़ग़ानिस्तान के कीपर और बल्लेबाज़ मोहम्मद शहज़ाद को आउट करने के बाद नज़मुल इस्लाम ने नागिन डांस किया. शहज़ाद को ये पसंद नहीं आया. ऐसा करने के पीछे एक वजह और थी कि गेंद उनके बल्ले से जाकर पैड पर लगी थी और चूंकि सीरीज़ में डीआरएस की सुविधा नहीं थी, इसलिये उन्हें बगैर रिव्यू लिये वापस जाना पड़ा.
मैच के आख़िरी ओवर में बांग्लादेश को जीतने के लिये 9 रन चाहिये थे. और राशिद खान ने पहली ही गेंद पर मुशफ़ीकुर को आउट कर दिया. मुशफ़ीकुर ने पिछले ओवर में लगातार 5 चौके मारे थे. आख़िरी गेंद पर बांग्लादेश को जीतने के लिये 4 रन चाहिये थे और बाउंड्री पर शफ़ीकुल्लाह की शानदार फ़ील्डिंग के चलते वो सिर्फ़ 2 ही रन दौड़ पाये और तीसरा रन लेने के दौरान कीपर शहज़ाद ने महमूदुल्लाह को रन-आउट कर दिया. अब नागिन डांस करने की बारी शहज़ाद की थी. अफ़ग़ानिस्तान के और भी खिलाड़ियों ने बांग्लादेशी खिलाड़ियों के सामने नागिन डांस किया.
3. बांग्लादेश वर्सेज़ इंडिया, अंडर-19 वर्ल्ड कप फ़ाइनल 2020
दोनों टीमों के बीच पिछले ही साल अंडर-19 एशिया कप हुआ था जिसमें भारतीय टीम ने बांग्लादेशी अंडर-19 टीम को 5 रनों से हराया था. छोटे स्कोर वाले मैच में बांग्लादेश को 50 ओवर में महज़ 107 रन बनाने थे लेकिन वो 101 पर ऑल-आउट हो गए. इस मैच के कप्तान अकबर अली की अगुवाई में बांग्लादेश अंडर-19 का वर्ल्ड कप भी खेल रही थी. एक बार फिर फ़ाइनल में दोनों अंडर-19 टीमें आमने-सामने थीं.
इस मैच में शुरू से ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच टेंशन दिखायी दे रही थी. मैच के दूसरे ओवर में, भारत की बैटिंग के दौरान गेंदबाज़ तंज़ीम हसन शाकिब ने बैटर दिव्यांश सक्सेना की मारी गेंद पकड़ी और ज़ोर से उनकी ही दिशा में फेंक दी. दिव्यांश क्रीज़ से बाहर तो थे लेकिन गेंद विकेट्स की बजाय उनके मुंह से कुछ ही दूरी पर निकली. इसके बाद तंज़ीम ने दिव्यांश की ओर कुछ बातें भी कहीं. दोनों के बीच कहासुनी शुरू हुई और अम्पायर ने आकर मामला शांत करवाया. कुछ वक़्त बाद यशस्वी जायसवाल के आउट होने पर गेंदबाज़ शोरिफ़ुल इस्लाम ने उन्हें गालियां बकीं. यहां से कुछ भी ठीक होता नहीं दिखा.
मैच जब अपने अंत की ओर बढ़ रहा था, स्टैंड्स में दोनों देशों के समर्थक आपस में एक-दूसरे से भिड़ रहे थे. इसी क्रम में कुछ बोतलें भी मैदान में फेंकी जाने लगीं. और जब बांग्लादेश ने जीत के लिये ज़रूरी आख़िरी रन बनाया तो सभी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ़ दौड़कर मैदान में आया. इस दौरान मैदान में फ़ील्डिंग कर रहे भारतीय खिलाड़ियों से ऐसी बातें कही गयीं जिसका विरोध हुआ. इस पूरी गहमागहमी में मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया. अम्पायर्स और सपोर्ट स्टाफ़ खिलाड़ियों को अलग कर रहे थे, उन्हें समझा रहे थे, लेकिन लगभग मिनट भर मैदान पर माहौल हिंसक नज़र आता रहा. वीडियो में बांग्लादेशी खिलाड़ियों को विकेट हाथ में लिये काफ़ी गर्म माहौल में देखा जा सकता है. एक खिलाड़ी तो इतना बौराया हुआ दिख रहा था कि उसे रोकने के लिये 2-3 लोग जूझते नज़र आ रहे हैं.
मैच के बाद बांग्लादेशी कप्तान अकबर अली ने अपने खिलाड़ियों के व्यवहार के लिये माफ़ी मांगी वहीं भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने कहा कि जो भी हुआ वो कतई ठीक नहीं था.
4. बांग्लादेशी सपोर्टर्स ने बनाये भारतीय खिलाड़ियों के घटिया पोस्टर्स
2016 में एशिया कप का फ़ाइनल खेला जाना था. ये बांग्लादेश के शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में होना था. इस मैच से ठीक पहले सोशल मीडिया साइट्स पर एक पोस्टर शेयर किया जाना लगा जिसमें बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाज़ तस्कीन अहमद के हाथ में धोनी का कटा हुआ सर दिख रहा था. असल में पिछले साल, यानी 2015 में हुए वर्ल्ड कप में इन दोनों टीमों के बीच मैच के दौरान रोहित शर्मा का कैच जिस गेंद पर पकड़ा गया उसे नो-बॉल क़रार दिया गया और फिर रोहित ने शतक मार दिया. बांग्लादेशी फैन्स का कहना था कि वो नो-बॉल नहीं थी. यहां से सोशल मीडिया पर दोनों देशों के फ़ैन्स के बीच नोकझोंक चालू हो गयी थी.
इसके बाद बांग्लादेश और इंडिया के बीच हुई एक वन-डे सीरीज़ में मुस्तफ़ीज़ुर रहमान ने शानदार परफ़ॉरमेंस दी और अपने पहले ही मैच में उन्होंने 5 विकेट निकाले. इसके अगले ही दिन एक बांग्लादेशी अख़बार ने भारतीय खिलाड़ियों की ऐसी तस्वीर छापी जिसमें उनका आधा सर मुंडा हुआ था और मुस्तफ़ीज़ुर के हाथ में ब्लेड था.
फिर 2016 के एशिया कप फ़ाइनल से पहले ऐसी तस्वीर आयी जिसमें धोनी का कटा हुआ सर तस्कीन अहमद के हाथ में था. इस फ़ाइनल मैच में भारतीय टीम ने बांग्लादेश के दिए 122 रन के टार्गेट को 13.5 ओवर में पा लिया.