वनडे और टी-20 के बाद टेस्ट फॉर्मेट में भी भारतीय टीम मैनेजमेंट बदलाव की कोशिश कर रहा है. चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के फॉर्मे को लेकर लंबे समय से बहस छिड़ी हुई है. कई पूर्व खिलाड़ियों ने दोनों सीनियर बल्लेबाजों की जगह युवा चेहरों को मौका देने की मांग भी की है. हाल ही में दोनों अनुभवी खिलाड़ियों का चयन उनकी रणजी टीम में हुआ है. ऐसे में माना जा रहा है कि पुजारा और रहाणे दोनों बल्लेबाजों की जगह श्रीलंका के खिलाफ युवा खिलाड़ियों को मौका मिल सकता है.
'सभी को पता है ऑस्ट्रेलिया में क्या हुआ था'
लगातार आलोचना झेल रहे अजिंक्य रहाणे ने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखी. रहाणे ने कहा कि जो क्रिकेट को समझते हैं वह इस तरह की बातें नहीं करते हैं. रहाणे ने कहा, 'मुझे इन सभी बातों पर हंसी आती है, जिन्हें क्रिकेट के बारे में जानकारी है वह इस तरह की बातें नहीं करेंगे. सभी को पता है ऑस्ट्रेलिया में क्या हुआ था और उसके पहले भी क्या हुआ. मैं इस पर ज्यादा नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिन्हें क्रिकेट के बारे में जानकारी है वह इस तरह की बातें नहीं करेंगे.'
दरअसल. भारतीय टीम के 2020-21 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करने के बाद सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के नायक रहे कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि उस दौरान उनके लिये गए फैसलों का ‘श्रेय किसी और ने ले लिया’.
एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम महज 36 रनों पर सिमट गई थी. इसके बाद नियमित कप्तान विराट कोहली पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक भारत लौट आए थे. जिससे रहाणे को ऐसे समय में टीम की बागडोर संभालनी पड़ी जब परिस्थितियां सबसे कठिन थीं.
टीम ने हालांकि एडिलेड की निराशा को पीछे छोड़ते हुए शानदार जज्बा दिखाया और रहाणे की शतकीय पारी से मेलबर्न में टेस्ट मैच जीतकर वापसी की.
रहाणे ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया
रहाणे ने ‘बैकस्टेज विद बोरिया’ कार्यक्रम में कहा, ‘मेरे लिए यह जरूरी था कि हम सीरीज में जीत दर्ज करें. वह ऐतिहासिक श्रृंखला थी और हमारे लिए काफी खास थी.’
रहाणे ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया... लेकिन समझा जा रहा है कि उनकी टिप्पणी तत्कालीन मुख्य कोच रवि शास्त्री के लिए है, जिनकी उस समय काफी तारीफ हुई थी क्योंकि समय चोटिल खिलाड़ियों से परेशान भारतीय टीम का ड्रेसिंग रूम अस्पताल के किसी वार्ड की तरह लग रहा था.
रहाणे ने कहा, ‘उसके बाद, लोगों की ऐसी प्रतिक्रियाएं आईं, जिसमें उन्होंने मेरे लिए गए फैसलों को भी अपना करार दिया. अपनी तरफ से मैं यह जानता था कि मैंने यह फैसले लिये है. मैंने जो भी फैसले लिये थे वो मेरी अंतरआत्मा की आवाज थी.’
बोर्ड ने हाल ही में अजिंक्य रहाणे से उपकप्तानी से भी वापस ले ली थी. अजिंक्य रहाणे ने कहा, 'मुझे पता है मैंने वहां (ऑस्ट्रेलिया दौरे में) क्या किया है और मुझे किसी को बताने की जरूरत नहीं, ऑस्ट्रेलिया सीरीज में कुछ फैसले ऐसे रहे जो मैंने लिए, लेकिन जिसका क्रेडिट किसी और ने लिया, लेकिन मुझे पता है कि मैंने क्या फैसले लिए. मैंने खुद के बारे में ज्यादा बात नहीं की है, लेकिन मुझे अपने फैसलों पर पूरा भरोसा है.'
रहाणे ने पिछले साल 13 टेस्ट मैचों में 20.82 की औसत से सिर्फ 479 रन बनाए हैं और उनकी बल्लेबाजी की लय में निरंतरता की भी कमी रही है. दक्षिण अफ्रीका के हालिया दौरे पर भी वह लय हासिल करने में नाकाम रहे.
... पर रहाणे के लिए बुरा साबित हुआ साल 2021
साल 2021 अजिंक्य रहाणे के लिए काफी बुरा साबित हुआ. पिछले साल रहाणे का एवरेज सिर्फ 20 का था. लॉर्ड्स और मेलबर्न के अलावा उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं निकली. रहाणे ने कहा है कि उन्हें अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा है उनमें अभी भी काफी क्रिकेट बाकी है. रहाणे श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से पहले रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेंगे.