भारतीय टीम से लम्बे समय से बाहर चल रहे स्टार खिलाड़ी सुरेश रैना और युसूफ पठान समेत बाकी कई खिलाड़ियों की उम्मीदों को उस समय बड़ा झटका लगा जब बीसीसीआई ने यह साफ कर दिया, कि तमिलनाडु प्रीमियर लीग में बाहर से कोई भी खिलाड़ी हिस्सा नहीं लेगा और केवल तमिलनाडु के खिलाड़ी ही इस लीग में खेल सकते है.
पठान और रैना ने जताई थी खेलने की इच्छा
सुरेश रैना और युसूफ पठान ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलने की इच्छा जताई थी, लेकिन बीसीसीआई ने अपने रवैये पर कायम रहते हुए कहा है, कि वो स्टेट असोसिएशन की टी20 लीग में बाहर के खिलाड़ियों को नहीं खेलने दे सकते. जिसके कारण बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों की दरखास्त को ठुकरा दिया है.
सुरेश रैना, मनोज तिवारी, युसूफ पठान और संजू सैमसन समेत 88 खिलाड़ियों ने तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन से करार किया था, कि उन्हें तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलने का मौका मिले, लेकिन बीसीसीआई ने इन सभी खिलाड़ियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
चौधरी ने साफ किया BCCI का रुख
बीसीसीआई के मौजूदा सेक्रेट्री अमिताभ चौधरी ने इस पूरे मामले पर अपना रुख साफ करते हुए तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा है, कि उन्होंने कैसे बाहर के खिलाड़ियों को अपनी लीग में शामिल करने का आमंत्रण भेजा.
TNCA ने बनाया था नया नियम
तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन ने इस साल एक नया नियम बनाया था, जिसके तहत दूसरे स्टेट के खिलाड़ी अगर टीएनपीएल की टीमों से करार करते है, उन्हें इस लीग में खेलने का मौका दिया जाएगा. इसी वजह से कई खिलाड़ियों ने इस लीग में खेलने की इच्छा जताई थी.
ऐसा कहा जा रहा है, कि महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन अपने खिलाड़ियों को इस लीग में भेजने के खिलाफ था और उन्होंने एनओसी देने से भी इंकार कर दिया था. पुणे सुपरजायंट की ओर से शानदार प्रदर्शन करने वाले महाराष्ट्र के राहुल त्रिपाठी ने भी टीएनपीएल में खेलने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया क्योंकि महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने उन्हें एनओसी नही दिया था.