टीम इंडिया के लिए बीसीसीआई स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट को नियुक्त करने के बारे में सोच रही है. हालांकि अभी तक कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई सैंडी गॉर्डन की सेवा ली जा सकती है. अंग्रेजी अखबार 'मुंबई मिरर' ने इस आशय की खबर प्रकाशित की है.
सवाल है कि भारतीय खिलाड़ियों के साथ आखिर गॉर्डन के जुड़ने की संभावना क्यों ज्यादा है? पर्थ से ताल्लुक रखने वाले गॉर्डन मेलबर्न में टीम इंडिया की लोकेशन के पास ही रहते हैं. इन सबके साथ उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहतरीन है.
टीम के पूर्व कोच जॉन राइट के कार्यकाल के दौरान सैंडी गॉर्डन ने टीम इंडिया के साथ बेहतरीन काम किया था. साथ ही दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्वकप के दौरान भारतीय टीम की सफलता का कुछ श्रेय सैंडी गॉर्डन को भी जाता है. लिहाजा गॉर्डन के टीम इंडिया से जुड़ने की संभावना बढ़ गई है.
लगातार कई सीरीज में टीम इंडिया की हार के बाद बीसीसीआई को टीम के साथ एक मेंटल ट्रेनर रखने की जरुरत महसूस हुई है, ताकि टीम के रणबांकुरों का आत्मविश्वास बढ़ाया जा सके. हालांकि गॉर्डन टीम के साथ कब जुड़ेंगे, इस बारे में कोई तारीख स्पष्ट नहीं है, लेकिन ये संभव है कि ऑस्ट्रेलिया दौरा खत्म होने से पहले और विश्व कप शुरू होने से पहले निश्चित तौर पर खिलाड़ियों को गॉर्डन के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा.
बीसीसीआई ने इन संभावनाओं की पुष्टि की है कि खिलाड़ियों के लिए मेंटल ट्रेनिंग सेशन होंगे, लेकिन बोर्ड ने नाम का खुलासा नहीं किया. बोर्ड सचिव संजय पटेल ने कहा, 'इस बात की संभावना ज्यादा है कि बोर्ड एक साइकोलॉजिस्ट को नियुक्त करे, लेकिन अभी समय और नाम पर विचार हो रहा है.'