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केरल के सीएम ने किया श्रीसंत से बैन हटाने का समर्थन

केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का समर्थन करते हुए कहा कि आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली की अदालत से बरी होने के बावजूद बीसीसीआई का श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध नहीं हटाना गलत है.

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एस श्रीसंत (फाइल फोटो)
एस श्रीसंत (फाइल फोटो)

केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का समर्थन करते हुए कहा कि आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली की अदालत से बरी होने के बावजूद बीसीसीआई का श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध नहीं हटाना गलत है.

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सीएम ने किया श्रीसंत का समर्थन
दो साल बाद अपना करियर दोबारा शुरू करने की कोशिशों में जुटे श्रीसंत का समर्थन करते हुए चांडी ने कहा, 'कोई अन्याय नहीं होना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि इस मुद्दे पर बीसीसीआई की स्थिति सही है. अदालत ने स्पॉट फिक्सिंग के मामले में उसे बरी कर दिया है. ऐसी स्थिति में भारतीय बोर्ड को इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए और मौजूदा प्रतिबंध हटाना चाहिए.'

कोर्ट ने बरी किया बीसीसीआई ने नहीं
आपको बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पिछले महीने श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अंजित चंदीला सहित सभी 36 आरोपियों को बरी कर दिया था लेकिन बीसीसीआई ने मौजूदा प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया. बीसीसीआई के फैसले के बारे में पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारे देश में लोकतंत्र है. हमारे राजतंत्र में प्रत्येक पहलू में जांच पड़ताल और संतुलन की प्रणाली है. श्रीसंत के पक्ष में आए अदालत के फैसले को देखते हुए बोर्ड को मुख्यधारा के क्रिकेट में उसकी वापसी के अधिकार को स्वीकार करना चाहिए. लेकिन बोर्ड अलग रवैया अपना रहा है. यह गलत है. श्रीसंत को न्याय मिलना चाहिए.'

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बोले ठाकुर- प्रतिबंध जारी रहेगा
इससे पहले केरल क्रिकेट संघ ने बीसीसीआई से आग्रह किया था कि श्रीसंत को दोबारा खेलने की स्वीकृति दी जाए लेकिन बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर का कहना है कि क्रिकेटरों पर लगे आजीवन प्रतिबंध के फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया जाएगा. ठाकुर ने कहा, 'इस मुद्दे पर बीसीसीआई की अनुशासन समिति का प्रतिबंध जारी रहेगा. अनुशासनात्मक कार्रवाई अलग होती है और आपराधिक कार्रवाई अलग. अतीत में जो कार्रवाई की गई वह इन खिलाडि़यों की अनुशासनहीनता के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई थी और भ्रष्टाचार रोधी इकाई की रिपोर्ट के आधार पर की गई. इसलिए इन खिलाडि़यों पर प्रतिबंध का फैसला जारी रहेगा. सभी तीनों आरोपियों ने जांच के दौरान जेल में समय बिताया.' तीनों क्रिकेटरों में से श्रीसंत और चव्हाण पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया है जबकि चंदीला के मामले की सुनवाई चल रही है.

इनपुट: भाषा

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