scorecardresearch
 

Sourav Ganguly: क्यों जा रही सौरव गांगुली की कुर्सी? BCCI अध्यक्ष पद के चुनाव पर BJP-TMC में आर-पार

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष पद का कार्यकाल खत्म हो सकता है और उन्हें दोबारा मौका मिलने के आसार काफी कम दिख रहे हैं. रोजर बिन्नी का नाम नए अध्यक्ष बनने की रेस में सबसे आगे है, लेकिन सौरव गांगुली को लेकर राजनीति तेज हुई है और बंगाल में बीजेपी-टीएमसी आमने-सामने हैं.

Advertisement
X
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद का चुनाव चल रहा है और इसको लेकर लगातार सरगर्मियां भी जारी हैं. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली अभी इस पद पर विराजमान हैं, लेकिन अभी तक जो खबरें आ रही हैं उससे लगता है कि उन्हें एक और कार्यकाल नहीं मिल रहा है. लेकिन बीसीसीआई के इस चुनाव में राजनीतिक तड़का लग गया है और भारतीय जनता पार्टी-तृणमूल कांग्रेस एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. 

Advertisement

बीसीसीआई से गांगुली की विदाई को टीएमसी ने मुद्दा बनाते हुए बीजेपी पर हमला बोल दिया है. टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने आरोप लगाया कि सौरव गांगुली को पश्चिम बंगाल का होने की वजह से या फिर बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव ठुकराने की वजह से हटाया जा रहा है. जवाब में बीजेपी नेता दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी खेल पर राजनीति ना करे.

टीएमसी-बीजेपी में आर-पार की जंग

मैच फिक्सिंग स्कैंडल से टीम इंडिया को उबारकर नई ऊंचाई तक पहुंचाने वाले सौरव गांगुली की बीसीसीआई अध्य़क्ष पद से विदाई हो रही है और जिस तरह से ये हो रहा है उसे लेकर पश्चिम बंगाल में सियासी जंग छिड़ गई है. टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने बांग्ला कार्ड खेलते हुए आरोप लगाया है कि बीजेपी ज्वाइन ना करने की वजह से गांगुली की बीसीसीआई से छुट्टी हो रही है.

Advertisement

बता दें कि अभी हाल ही में बीसीसीआई अध्यक्ष कार्यकाल बढ़ाने के लिए बीसीसीआई के संविधान संशोधन प्रस्ताव को सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी थी, तब माना जा रहा था गांगुली अध्यक्ष बने रहेंगे. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर क्या हुआ कि गांगुली को बीसीसीआई से आउट किया जा रहा है.

क्लिक करें: इस दिग्गज को मिलेगी BCCI की कमान, जानें सौरव गांगुली-जय शाह का क्या होगा?

बंगाल में गरमा गई राजनीति...

सवाल यह भी उठता है कि क्या पश्चिम बंगाल की सियासत के दो पाटों में फंस गए सौरव गांगुली? दादा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के भी करीबी हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी रिश्ते अच्छे हैं. क्या सौरव गांगुली के लिए दोनों से रिश्ता निभाना मुश्किल हो गया था?

इसी साल मई में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गृहमंत्री अमित शाह के लिए भव्य भोज रखा था. गांगुली के घर अमित शाह की दावत से पश्चिम बंगाल की सियासत में एक बार फिर ये चर्चा गरमा गई थी कि क्या दादा बीजेपी का दामन थामेंगे? अब पांच महीने के बाद देखिये सियासत किस तरह से पूरी तरह घूम गई है. बता दें कि सौरव गांगुली और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच भी रिश्ते अच्छे रहे हैं.

Advertisement

पिछले दिनों जब तबीयत खराब होने पर गांगुली अस्पताल में भर्ती हुई तो उन्हें देखने ममता बनर्जी पहुंची थीं. राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप अपनी जगह हैं लेकिन इस कड़वाहट में वर्ल्ड कप चैम्पियन क्रिकेटर की संभावित ताजपोशी विवादों में घिर गई है. 

रोजर बिन्नी के हाथ में जा रही है कमान

सौरव गांगुली की जगह लेने जा रहे रोजर बिन्नी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. बिन्नी 1983 में पहली बार विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया के अहम सदस्य थे. वो भारतीय क्रिकेट टीम की चयन समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, ऐसे में क्रिकेटीय दृष्टि से बिन्नी बीसीसीआई अध्यक्ष पद के योग्य उम्मीदवार हैं. बस परिस्थितियों ने हालात बदल दिए हैं. रोजर बिन्नी बीसीसीआई के नए बॉस होंगे और वह सौरव गांगुली की जगह लेंगे. उनके अलावा जय शाह सचिव पद पर बरकरार रहेंगे, जबकि आशीष शेलार कोषाध्यक्ष का पद संभालेंगे. 

कौन क्या बन सकता है?

रोजर बिन्नी - अध्यक्ष
जय शाह - सचिव
राजीव शुक्ला - उपाध्यक्ष
आशीष शेलार - कोषाध्यक्ष
देवाजीत साइकिया - संयुक्त सचिव
अरुण धूमल - आईपीएल चेयरमैन

 

 

Advertisement
Advertisement