इंग्लैंड क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने सोमवार (18 जुलाई) को वनडे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. 31 साल के बेन स्टोक्स जिनकी गिनती मौजूदा वक्त के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में होती है, उनका ये ऐलान हर किसी के लिए हैरानी भरा था.
बेन स्टोक्स इस वक्त बेहतरीन फॉर्म में हैं, फिर भी ऐसे वक्त में किसी एक फॉर्मेट को अलविदा कह देना. हर किसी के लिए एक झटका तो है ही, लेकिन इसने एक रास्ता भी खोल दिया है. जिसका जवाब बेन स्टोक्स के रिटायरमेंट वाले बयान में दिखता है.
बेन स्टोक्स ने अपने बयान में कहा, ‘तीन फॉर्मेट खेलना अब उनके लिए संभव नहीं है. क्योंकि मेरा शरीर ऐसे में जवाब दे रहा है, साथ ही जिस तरह का शेड्यूल है उससे हम वो परफॉर्म नहीं कर पा रहे हैं जिसकी उम्मीद हमसे की जाती है. साथ ही लगता है कि मैं किसी दूसरे प्लेयर की जगह खा रहा हूं’.
पहले मेंटल हेल्थ को लेकर लिया था ब्रेक
बेन स्टोक्स इससे पहले एक बार मेंटल हेल्थ को लेकर ब्रेक ले चुके हैं. उन्होंने इसके लिए टी-20 वर्ल्डकप 2021 को भी छोड़ दिया था. बेन स्टोक्स के ओवर में 2016 के टी-20 वर्ल्डकप के फाइनल में जब लगातार चार छक्के पड़े थे, उसके बाद भी वह तनाव में थे और कुछ वक्त के लिए निराश थे.
जब बेन स्टोक्स ने मेंटल हेल्थ को लेकर ब्रेक लिया था, तब भी उसकी काफी तारीफ हुई थी. क्योंकि मौजूदा हालात में जितना अधिक क्रिकेट हो रहा है, उस हिसाब से लगातार खेलना हर प्लेयर के लिए संभव नहीं है. यही अब उन्होंने एक फॉर्मेट छोड़कर बड़ा संदेश दिया है.
बेन स्टोक्स का फैसला निकालेगा रास्ता?
बेन स्टोक्स ने जिस तरह एक फॉर्मेट को छोड़कर टेस्ट और टी-20 पर फोकस करने की बात कही है. ऐसे में सभी क्रिकेटर्स के लिए यह एक बड़ा रास्ता भी हो सकता है, जहां अधिकतर खिलाड़ी सभी फॉर्मेट खेलने के अलावा फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट भी खेल रहे हैं. ऐसे में आने वाले वक्त में शायद कुछ क्रिकेटर इसको फॉलो भी करने का सोच सकते हैं.