आखिरकार बीसीसीआई और सीओए ने टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के तौर पर भरत अरुण को नियुक्त कर दिया है. रवि शास्त्री के कहने पर भरत अरुण को यह जिम्मेदारी दी गई है. रवि शास्त्री के कोचिंग सपोर्ट स्टाफ में अब भरत अरुण गेंदबाजी कोच हैं, संजय बांगर बल्लेबाजी तो आर श्रीधर फील्डिंग कोच है.
इससे साफ है कि राहुल द्रविड जहीर खान का पत्ता कट चुका है. टीम इंडिया के नए हेड कोच रवि शास्त्री ने आज बीसीसीआई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा कि राहुल द्रविड़ और जहीर खान दोनों ही बेहतरीन और अनुभवी क्रिकेटर्स हैं और अगर वो टीम इंडिया को किसी भी तरह की कोई सलाह देते हैं, तो वो भारतीय टीम के लिए बहुत कीमती होगी.
इसके अलावा फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है कि राहुल द्रविड़ और जहीर खान की टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ में क्या भूमिका होगी. आपको बता दें कि, रवि शास्त्री बतौर गेंदबाजी कोच भरत अरुण को टीम के साथ जोड़ना चाहते थे. क्योंकि ऐसी ख़बरें थी कि जहीर खान गेंदबाजी कोच के रूप में टीम इंडिया को सिर्फ 150 दिन ही दे पाएंगे. इस वजह से टीम इंडिया के फुल टाइम गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरुण के चुने जाने की पूरी उम्मीद थी. 54 साल के भरत अरुण अब श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच की कमान संभालेंगे.
भरत अरुण ने 1986 में गेंदबाज के तौर पर अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू किया. अरुण महज दो टेस्ट और चार वनडे ही खेल पाए थे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के छह मैचों के करियर में उनके नाम कुल पांच विकेट ही हैं.