क्रिकेट के कीर्तिमान सबसे ज्यादा लुभाते हैं. शतक का रोमांच कुछ और ही होता है. टेस्ट क्रिकेट के 143 वर्षों के इतिहास में यह जादुई आंकड़ा बल्लेबाजों के लिए मील का पत्थर साबित होता रहा है. शतकों की बात करें, तो यह सिलसिला चार्ल्स बैनरमैन से शुरू हुआ. उनके बल्ले से टेस्ट क्रिकेट के आगाज के पहले ही दिन शतक निकला था. आज बैनरमैन का जन्मदिन है. 3 जुलाई 1851 को उनका जन्म केंट (इंग्लैंड) में हुआ था.
टेस्ट क्रिकेट की आधिकारिक शुरुआत 15 मार्च 1877 को हुई थी. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर पहले टेस्ट मैच में नई उभर रही टीम ऑस्ट्रेलिया ने पुराने अंग्रेज धुरंधरों को 45 रनों से हराकर जीता था. मजे की बात है कि इस टेस्ट मैच की कोई समय सीमा तय नहीं थी और दोनों टीमों को दो-दो पारियां खेलनी थीं, चाहे इसमें कितने भी दिन लगे. यह मैच 15 से 19 मार्च तक चला. शुरुआती 3 दिन के खेल के बाद चौथे दिन यानी रविवार 18 मार्च 1877 को रेस्ट डे रखा गया. इसके बाद पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की.
🤯 Faced the first ball in Test cricket
🤯 Scored the first run and the first 💯 in Test cricket
🤯 First No.1 on the ICC Test batting rankings#OnThisDay in 1851, Australia's Charles Bannerman was born! pic.twitter.com/dV5RLIzDcq
— ICC (@ICC) July 3, 2020
वह ऐतिहासिक पहला टेस्ट मैच चार्ल्स बैनरमैन के लिए बेहद खास साबित हुआ. बैनरमैन तो इंग्लैंड में पैदा हुए थे, लेकिन न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बना ली. दरअसल, बचपन में ही उनके माता-पिता ऑस्ट्रेलिया आ गए थे. बैनरमैन ने पारी का आगाज किया. अल्फ्रेड शॉ ने टेस्ट मैच की पहली बॉल फेंकी और उस गेंद का सामना बैनरमैन ने किया था. पहला टेस्ट रन बैनरमैन के बल्ले से ही आया था.
बैनरमैन ने इसके बाद पचास के व्यक्तिगत स्कोर को छुआ. इतना ही नहीं, उन्होंने उस अर्धशतक को शतक में तब्दील कर इतिहास रच दिया. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जब भी पहले शतक की बात की जाएगी, तो बैनरमैन का नाम सबसे ऊपर होगा. आखिरकार यह सलामी बल्लेबाज 165 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गया. दरअसल, बैनरमैन चोटिल हो गए थे. उनकी उंगली में चोट लगी थी.
डॉन ब्रैडमैन और चार्ल्स बैनरमैन
बैनरमैन ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर 245 में अकेले 165 रन बनाए थे. यानी किसी पूरी हुई टेस्ट पारी में प्रतिशत के लिहाज से सर्वाधिक रन (67.4 प्रतिशत) निकलने का आज भी यह रिकॉर्ड है. साथ ही यह अब भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का डेब्यू करते हुए पहली पारी का उच्चतम स्कोर है. लेकिन अगले दो टेस्ट में बैनरमैन 30 रन से आग नहीं निकल पाए. पहले टेस्ट में 165 और 4 रन बनाने के बाद मेलबर्न में ही खेले गए दो मैचों में 10, 30, 15 और 15* रन ही बना पाए.
बीमारी की वजह से बैनरमैन का टेस्ट करियर महज तीन टेस्ट मैचों का रहा, लेकिन अपने इस शतक की बदौलत उन्होंने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया. उनके भाई एलेक ऑस्ट्रेलिया की ओर से 28 टेस्ट खेले, हालांकि वह कोई शतक नहीं जमा पाए. बैनरमैन का 79 साल की उम्र में 1930 में निधन हुआ.