वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान विवियन रिचडर्स का मानना है कि हाल ही में जिम्बाब्वे में हुई त्रिकोणीय सीरीज के लिए चुनी गई टीम से डारेन ब्रावो को बाहर किया जाना बताता है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट में कितनी खामियां है. रिचर्डस ने इस तरह के व्यवहार को वेस्टइंडीज की परंपरा बताया है और इसे बदलने की बात कही है.
'वेस्टइंडीज क्रिकेट को बदलने की जरूरत'
इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा है कि जब भी कोई सकारात्मक बात सामने आती है उसे विवादों के कारण दबा दिया जाता है और यही वेस्टइंडीज की संस्कृति है जिसे बदलना बेहद जरूरी है.
'ऑब्जर्बर' अखबार ने गुरुवार को रिचर्ड्स के हवाले से लिखा है, 'मेरा मानना है कि यह अब वह समय है जब हमें सभी कुछ हालात के ऊपर छोड़ देना चाहिए. मुझे लगता है कि कई तरह के विवाद इस समय चल रहे हैं.'
'हम आगे बढ़ने की जगह पीछे जा रहे हैं'
उन्होंने कहा, 'मैं इस मामले पर सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि हम आगे बढ़ने की जगह और पीछे जा रहे हैं. जब भी हमारे लिए कुछ अच्छा होता है हम पीछे लौट जाते हैं.'
ब्रावो को इस त्रिकोणीया सीरीज से पहले अपने घर लौटना पड़ा था, क्योंकि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने एक विवादास्पद ट्वीट के बाद उनका अनुबंध खत्म कर दिया था.
कैमरून ने खराब फॉर्म को जिम्मेदार ठहराया
बोर्ड के अध्यक्ष डेव कैमरून ने इसके पीछे ब्रावो की खराब फॉर्म को जिम्मेदार ठहराया था. कैमरून के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ब्रावो ने ट्वीट किया था, "आप पिछले चार साल से लगातार विफल हो रहे आपने क्यों इस्तीफा नहीं दिया? और क्यों मुझे कभी 'ए' श्रेणी का अनुबंध नहीं दिया गया.'