BazBall vs DravBall vs PakBall: अब टेस्ट क्रिकेट में पहले की तरह टुकटुक बंद हो गई है. बल्लेबाजी तेजी से रन बनाते हैं. भारत-वेस्टइंडीज 2023 सीरीज, एशेज सीरीज 2023, श्रीलंका-पाकिस्तान सीरीज 2023 में बल्लेबाजों ने अलग ही तेवर दिखाए हैं. जिसमें बल्लेबाजों ने कई मौकों पर पहली गेंद से ही अटैकिंग क्रिकेट खेला है.
श्रीलंका के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने जिस तरह धुआधार स्टाइल में बल्लेबाजी की, उसे पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पाकबॉल (PakBall) नाम दिया. बैजबॉल (BazBall) और ड्रैवबॉल (DravBall) के बाद क्रिकेट में इस नए शब्द का सूत्रपात हुआ है.
दरअसल, सामान्य भाषा में समझें तो PakBall, BazBall, DravBall ये तीनों ही शब्द टेस्ट क्रिकेट में तेजी से रन बटोरने का स्टाइल है. इन तीनों ही क्रिकेट की शब्दाबलियों के बारे में आपको बताएंगे. लेकिन पहले बात शोएब अख्तर की करते हैं, उन्होंने क्या कहा?
पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने श्रीलंका के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और उनके खिलाफ दूसरे टेस्ट में हमलावर क्रिकेट खेला. पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अब इसे "पाकबॉल" नाम दिया है. दूसरे टेस्ट मैच के दौरान, पाकिस्तान ने महज 28.3 ओवर में 145 रन बनाए. रन रेट 5 प्रति ओवर से ऊपर चला गया था. इसी तेज बल्लेबाजी पर शोएब अख्तर ने ट्वीट किया और लिखा- क्या #PakBall कोई चीज बनती जा रही है?
पाकिस्तानी बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक और शान मसूद के अर्धशतकों की मदद से पाकिस्तान फ्रंट फुट पर है. वहीं दूसरे टेस्ट में श्रीलंका 166 रन पर पहली पारी में आउट हो गई. दो मैचों की सीरीज में पाकिस्तान 1-0 से आगे चल रहा है. उसने कोलंबो में दूसरे टेस्ट में स्टंप्स तक 145-2 रन बना लिए हैं. इस तरह अब वह मैच में आगे हैं.
क्या है ड्रैवबॉल गेम
दरअसल, ड्रैवबॉल (DravBall) नाम वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया की आक्रामक बल्लेबाजी के प्रदर्शन को देखते हुए कोच राहुल द्रविड़ के नाम से प्रेरित होकर आया है. भारत ने विंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में दूसरी पारी में तेज बल्लेबाजी की थी. यशस्वी जायसवाल ने 30 गेंदों पर 38, रोहित शर्मा ने 44 गेंदों में 57 रन और ईशान किशन ने तो 34 गेंदों पर 52 रन जड़ दिए थे. नतीजतन भारत ने महज 24 ओवरों में 181/2 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी थी.
क्या है बैजबॉल गेम?
अब आपको 'बैजबॉल' गेम के बारे में बता देते हैं. बैजबॉल को क्रिकेट में लाने का श्रेय इंग्लैंड टीम को जाता है, जिसने टेस्ट क्रिकेट में भी टी-20 स्टाइल में धमाकेदार तरीके से रन बनाना शुरू किया है. 'बैजबॉल गेम' के आने के बाद टेस्ट क्रिकेट में टुकटुक ना होकर 'धागाखोल' स्टाइल से तेजी से रन बनने लगे हैं. इसी वजह से इंग्लैंड ने कई टीमों को हराया.
कहां से आया 'बैजबॉल' नाम
'बैजबॉल गेम' की शुरुआत कैसे और कब हुई? यह जानना जरूरी है. लेकिन कई क्रिकेट स्पेशलिस्ट मानते हैं कि न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ब्रेंडन मैक्कुलम ने जब से इंग्लैंड की टीम के हेड कोच का पद संभाला है, तभी से अंग्रेजों का टेस्ट मैच खेलने का स्टाइल बदल गया है. मैक्कुलम की कोचिंग में इंग्लैंड टीम ने टेस्ट फॉर्मेट में भी टी-20 स्टाइल में रन बनाए और जीत भी हासिल की.
मैक्कुलम भी अपने दौर में जब क्रिकेट खेलते थे तो वह तेजी से रन बनाते थे. उनका निकनेम 'बैज' था. इसी निकनेम के साथ 'बॉल' को जोड़ते हुए इंग्लैंड टीम ने 'BazBall' शब्द निकाला. 'बैजबॉल' का मतलब मैक्कुलम का निकनेम और उनके खेलने के अंदाज से है.