श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया के नए नवेले कप्तान विराट कोहली ने सेंचुरी जड़ी और साथ ही एक नायाब रिकॉर्ड बना डाला. अभी केवल चार टेस्ट पुराने कप्तान विराट ने अपनी कप्तानी में इतने ही शतक जड़ने का कारनामा कर दिया है.
9 दिसंबर 2014 को पहली बार एडिलेड में विराट कोहली ने भारत के लिए कप्तानी की और दोनों ही पारियों में शतक जमाया. इसके बाद टेस्ट क्रिकेट से महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद वो सिडनी में बतौर कप्तान उतरे और यहां भी पहली पारी में शतक ठोंक डाला. अब श्रीलंका के खिलाफ इस शतक के साथ बतौर कप्तान उनके शतकों की संख्या चार पर पहुंच गई है. इसके साथ ही सुनील गावस्कर, एलिस्टेयर कुक के बाद वो ऐसे तीसरे कप्तान बन गए हैं जिन्होंने अपने पहले चार टेस्ट में चार सेंचुरी जड़ी है.
बतौर कप्तान अपने पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले विराट केवल दूसरे क्रिकेटर तो पहले से ही हैं. अब तक उन्होंने बतौर कप्तान 115, 141, 147, 46, 14 और 103 रनों की पारी खेली है. चौथे टेस्ट की पहली पारी तक उन्होंने बतौर कप्तान 566 रन बना लिए हैं. अपनी इस धमाकेदार बैटिंग के दम पर जहां वो गावस्कर और कुक के साथ ही आ खड़े हुए हैं वहीं बात अगर औसत की करें तो इस मामले में वो ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर पर चल रहे हैं. उनका औसत 94.33 पर पहुंच गया है.
टेस्ट क्रिकेट में जब भी औसत की बात की जाती है तो सर डॉन ब्रैडमैन की चर्चा जरूरी होती है. वो एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिनका अपनी कप्तानी में बल्लेबाजी औसत 100 से अधिक रहा और तो और उन्होंने अपने टेस्ट करियर में भी 99.94 रनों की औसत से बल्लेबाजी की. तब से आने वाली पीढ़ी इस औसत को बस छूने की लालसा लिए भर रहती है. कोई भी बल्लेबाज अपने क्रिकेट करियर में इसके आस-पास भी नहीं भटक सका. लेकिन विराट बतौर कप्तान जिस तरह खेल रहे हैं उसे देख कर ऐसा लग रहा है कि वो आने वाले वक्त में 100 की औसत को पार कर जाएंगे.
विराट की बल्लेबाजी के मुरीद तो सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री समेत कई पूर्व क्रिकेटर तो हैं ही. उनकी तारीफ विदेशी खिलाड़ी भी बखूबी करते दिखते हैं. अभी कुछ ही दिनों पहले ही श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज कुमार संगकारा ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि वो आने वाले समय में सभी भारतीय रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लेंगे. तो बस अब इंतजार है उस अगले रिकॉर्ड का जो वो अपने नाम करने वाले हैं.