टीम इंडिया को बुधवार से श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेलना है. विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इस चुनौती के लिए तैयार है. कोहली ने मैच से पहले कहा कि इस सीरीज के जरिए युवा खिलाड़ियों के पास खुद को निखारने का मौका होगा.
मैच से पहले मंगलवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोहली ने कहा , 'हम फिलहाल प्रैक्टिस नहीं कर रहे हैं. मैच से एक दिन पहले बस लाइट सेशन होता है. हम प्रैक्टिस मैच भी खेल चुके हैं अब हम तैयार हैं.'
कोहली ने कहा, 'हम रिकॉर्ड्स के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं. रिकॉर्ड के बारे में याद दिलाया जाता है लेकिन हम इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते. हम जिस स्थिति में हैं वहां से हम अच्छा कर सकते हैं.'
'पेस अटैक बेहतर करेगा'
पेस अटैक के बारे में कैप्टन कोहली ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारा पेस अटैक अच्छा नहीं था. मुझे यकीन है तेज गेंदबाजों ने उससे सीख ली है. अगर आप अच्छा नहीं करते हैं तो आपके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है. मुझे लगता है वो अच्छा प्रदर्शन करेंगे.'
'20 विकेट और टॉप 5 बल्लेबाजों पर नजर'
खेल की रणनीति के बारे में कोहली ने कहा, 'हमारा लक्ष्य 20 विकेट लेने का होगा. टॉप 5 बल्लेबाजों पर जिम्मेदारी होगी. राहुल की फॉर्म ऑस्ट्रेलिया में शानदार थी और रोहित खुद को टेस्ट में साबित करने के लिए खेलना चाहेगा.'
कप्तानी के बारे में कोहली बोले, 'मैं कप्तान बनकर खुद को खुशकिस्मत समझता हूं. युवा टीम के पास निखरने का मौका है. हम समय के साथ बेहतर तालमेल और समझदारी दिखाएंगे. हम एक टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर निखरना चाहेंगे.'
'कप्तानी-बल्लेबाजी को मिक्स करना नहीं पसंद'
कप्तानी और अपनी बल्लेबाजी के बारे में कोहली ने कहा, 'मुझे कप्तानी और बल्लेबाजी को मिक्स करना अच्छा नहीं लगता. मेरी बल्लेबाजी के बारे में ज्यादा बात नहीं हुई है यह अच्छा है. बल्लेबाजी को लेकर ज्यादा परेशान नहीं हूं. मुझे यह बैलेंस अच्छा लग रहा है.'
कप्तान बनने के बाद आया विराट में ये 'फर्क'
कोहली ने बताया, 'कप्तान बनने के बाद मैं नेट प्रैक्टिस के बाद साथी खिलाड़ियों के साथ ज्यादा बात करता हूं. आक्रामकता विपक्षी टीम के खेल पर भी निर्भर करती है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हम वैसे ही खेले थे जैसे वो खेल रहे थे. अगर हम ऐसा नहीं करते तो हम पीछे रह जाते. अगर विकेट में कुछ खास नहीं रहता तो आपको अलग तरीके से गेंदबाजी करनी होगी.'