भारत के कलाई के स्पिनरों की जोड़ी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव मौजूदा वनडे सीरीज में 12-12 विकेट लेकर शीर्ष पर हैं. शुरुआती तीन वनडे में दोनों की फिरकी इस कदर चली कि अफ्रीकी लगातार ढेर होते गए और टीम इंडिया ने छह वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 की बढ़त हासिल कर ली. लेकिन चौथे वनडे में कुछ ऐसा हुआ कि इन दोनों की नाकामी टीम इंडिया की हार की वजह बनी.
जोहानिसबर्ग वनडे में टीम इंडिया की हार, 5 विकेट से जीता साउथ अफ्रीका
दरअसल, चहल और कुलदीप जोहानिसबर्ग वनडे के दौरान मैच के सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए. चहल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वो हर ओवर में 12 से ज्यादा रन लुटाएंगे, वहीं कुलदीप ने 8.50 रन प्रति ओवर खर्च किए. चहल का गेंदबाजी विश्लेषण 5.3-0-68-1 रहा, जबकि कुलदीप का 6-0-51-2.
मजे की बात है कि पहले तीन वनडे में चहल और कुलदीप की गेंदों पर कुल 13 बाउंड्री लगी, जिनमें 4 छक्के शामिल रहे. लेकिन अकेले चौथे वनडे में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने 14 बाउंड्री जड़ दी, जिनमें 8 छक्के भी हैं.
चहल की एक और गलती भारी पड़ी, जब डेविड मिलर को चहल ने बोल्ड कर दिया था, लेकिन वह नो बॉल थी. नो बॉल से मिलर को जीवनदान मिल गया. उस वक्त वो महज 7 रन पर थे. आखिरकार मिलर ने 39 रन बनाकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया.