टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के दौरान रन आउट हो गए थे. उस समय वह तबाड़तोड़ पारी खेल रहे थे. इसी बीच रवींद्र जडेजा के साथ हुई गलत फहमी के कारण उन्हें अपना विकेट गंवाना पड़ा. पंड्या ने लंबे समय के बाद इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. पंड्या ने इस बात को स्वीकार किया कि वह रन आउट होने के बाद खासे निराश हुए थे लेकिन अपनी निराशा से जल्दी उबर भी गए थे.
जडेजा की वजह से रन आउट हुए थे पंड्या
इस मैच में टीम इंडिया पाकिस्तान के दिए गए 339 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. जिस समय पंड्या क्रीज पर आए तब तक टीम इंडिया के आधे बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. हार्दिक ने आने के थोड़ी देर बाद गजब की हिटिंग की और पाकिस्तानी गेंदबाजों को दिन में तारे दिखा दिए और इस तरह हार के बीच टीम इंडिया को जीत की एक किरण दिखी. जब लगा कि आज हार्दिक कुछ अलग करने के मूड में हैं. वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से जडेजा की कॉल पर रन आउट हो गए.
इस बात को भूलने में पंड्या को लगे सिर्फ 3 मिनट
रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें वनडे मैच के पहले पीटीआई से बातचीत करते हुए पंड्या ने कहा कि जिस तरह से आउट होने के बाद उन्होंने बल्ले को झिड़का वह कुछ और नहीं बल्कि निराशा का गुबार था. उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना को भूलने में ज्यादा वक्त नहीं लगा और वह ड्रेसिंग रूम में हंसने लगे.
हार्दिक ने कहा, “मुझे काफी वक्त लगा. ईमानदारी से कहूं तो तीन मिनट लगे. वह एक गुबार था. मैं जल्दी गुस्सा हो जाता हूं और कुछ मिनटों के बाद मैं ड्रेसिंग रूम में हंसी-ठिठोली कर रहा था. मुझे देखकर अन्य खिलाड़ी भी हंस रहे थे.”