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Mankading Controversy: एक-दो नहीं चार्ली डीन ने 72 बार छोड़ी थी क्रीज, 73वीं बार में दीप्ति शर्मा ने कर दिया रनआउट!

भारतीय प्लेयर दीप्ति शर्मा ने इंग्लिश बल्लेबाज चार्लोट डीन को मांकड़िंग किया था. दीप्ति शर्मा ने जो रन-आउट किया वो नियम के मुताबिक पूरी तरह से सही है. लेकिन इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ियों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था. अब यह पता चला है कि आउट होने वाली बैटर चार्लोट डीन ने उस तीसरे मुकाबले में कुल 72 बार जल्दी क्रीज छोड़ दी थी.

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दीप्ति शर्मा
दीप्ति शर्मा

महिला टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 से यादगार जीत हासिल की थी. सीरीज के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया की जीत से ज्यादा मांकड़िंग को लेकर चर्चा हुई. उस मैच में दीप्ति शर्मा ने इंग्लिश बल्लेबाज चार्लोट डीन को मांकड़िंग (रन-आउट) किया था. दीप्ति शर्मा ने जो रन-आउट किया वो आईसीसी के नए नियम के मुताबिक पूरी तरह से सही है. लेकिन इंग्लैंड के कई क्रिकेटर्स ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था.

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अब जर्नलिस्ट पीटर डेला पेन्या ने इंग्लिश खिलाड़ियों को आईना दिखाया है. पेना ने ट्वीट किया, 'चार्लेट डीन ने नॉन-स्ट्राइकर के छोर पर 73 बार जल्दी क्रीज छोड़ी, जिसमें वह गेंद भी शामिल थी, जिस पर वह आउट हुई थी. यानी कि चार्लोट डीन ने 85% से गेंदों के डिलीवर होने से पहले ही नॉन-स्ट्राइकर एंड पर क्रीज छोड़ दिया था. मूल रूप से एक ओवर में वह एक ओवर में लगभग 5 बार जल्दी क्रीज से निकल जा रही थीं.

इस दौरान पीटर ने काफी सारे स्क्रीनशॉट शेयर कर इंग्लिश बल्लेबाज चार्लोट डीन की गलती के बारे में बताया है. चार्ली डीन के क्रीज से निकलने शुरुआत मैच के 18वें ओवर की दूसरी गेंद से हुई. स्क्रीनशॉट में साफ देखा जा सकता है कि चार्ली गेंद फेंके जाने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल चुकी हैं. इस दौरान उन्होंने गेंदबाज की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया.

आईसीसी का क्या है नियम?

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इसके बाद जैसे-जैसे इंग्लैंड के विकेट्स गिरते रहे, चार्ली डीन का गेंद फेंकने से पहले क्रीज से आगे निकलना बढ़ता चला गया. जब 11वें क्रम की बैटर फ्रेया डेविस बैटिंग करने आई, उसके बाद चार्ली क्रीज से लगभग दो फीट तक आगे निकल रही थीं. खास बात यह थी कि आखिरी बैटर फ्रेया डेविस भी गेंद फेंके जाने से पहले क्रीज में ही रह रही थीं. यानी कि चार्ली डीन की तरफ से ये गलती बार-बार की जा रही थी.

क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था एमसीसी ने भी नॉन-स्ट्राइकिंग एंड पर खड़े रहने वाले बल्लेबाजों को खास हिदायत दी है. इसमें कहा गया है, 'गेंदबाजी छोर पर बल्लेबाजों के लिए एमसीसी का संदेश यही रहेगा कि वे तब तक क्रीज पर बने रहें, जब तक कि गेंदबाज के हाथ से गेंद को निकलते हुए नहीं देख लेते. ऐसा करने पर कल जैसा रन-आउट नहीं हो सकता.'

आईसीसी ने इस साल मांकड़िंग को नियम 41.16 (अनुचित खेल) से रन-आउट नियम (38) में शिफ्ट कर दिया था. मतलब यह है कि अब मांकड़िग करना खेल भावना के विरुद्ध नहीं माना जाता है. एक अक्टूबर से यह नया नियम लागू होने जा रहा है. इस नियम के मुताबिक, 'जब गेंदबाज को लगे कि नॉन-स्ट्राइकर एंड का बल्लेबाज बॉल के डिलीवर होने से पहले ही अपनी क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है.'

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