चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के चयन को लेकर बीसीसीआई जानबूझकर देर कर रही है जिसके बाद सीओए ने आज बीसीसीआई को तुरंत चैम्पियंस ट्राफी टीम घोषित करने का’ निर्देश दिया. सीओए बीसीसीआई को पहले भी इस संबंध में सूचना भेज चुका है लेकिन आज संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी को लिखे गए पत्र में काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया गया.
सीओए ने कहा खिलाड़ियों की छवि ख़राब न करे बीसीसीआई
सीओए ने सभी अधिकारियों को ईमेल भेजा है कि टीम चयन में देरी से भारतीय क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेटरों की छवि ख़राब हो रही है. सीओ ने कहा कि अधिकारियों को टीम को टूर्नामेंट से हटाने से पहले यह ध्यान में रखना चाहिए कि भारतीय टीम इस समय दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है. भारत की आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी में भागीदारी को लेकर काफी नकारात्मक चीजें हो चुकी हैं और जल्द ही बेहतरी के लिए इसका अंत किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने आईसीसी के प्रस्तावित नए वित्तीय मॉडल के संदर्भ में जानबूझकर टीम भेजने की 25 अप्रैल की अंतिम समय सीमा का पालन नहीं किया जिसमें बीसीसीआई का राजस्व 57 लाख डालर से घटाकर 29.3 लाख डालर कर दिया गया है.
सीओए ने कोहली से कहा, भारत जरूर खेलेगा चैंपियंस ट्रॉफी
इससे पहले प्रशासकों की समिति ने विराट कोहली को आश्वासन दिया था कि भारत 1 जून से इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलेगा. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बीसीसीआई और आईसीसी के बीच जारी बहस पर चिंतित थे.
सीओए ने भारतीय कप्तान को आश्वासन दिया कि टीम इंडिया को चैम्पियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी और टीम को अपने खिताब का बचाव करने का मौका मिलेगा. साथ ही सीओए ने टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले से भी बात की और कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की भागीदारी पर कोई संदेह नहीं है.
इसके अलावा प्रशासकों की समिति (सीओए) ने स्टेट मेंबर्स को दो टूक लहजे में चेतावनी दी है. सीओए ने कहा है कि अगर उन्होंने भारत के जून में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में न खेलने का समर्थन किया तो वह कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें.