पहली बार विश्व कप जीतने का इरादा लेकर पहुंची दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने रविवार को सिडन पार्क मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल- बी के अपने पहले मुकाबले में जिम्बाब्वे को 62 रनों से हराकर अपने अभियान का सफल आगाज किया. दक्षिण अफ्रीका ने मैन ऑफ द मैच रहे डेविड मिलर (नाबाद 138) और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 115) के शानदार शतकों की बदौलत जिम्बाब्वे के सामने 340 रनों का लक्ष्य रखा, लेकिन जिम्बाब्वे की टीम 48.2 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 277 रन ही बना सकी.
जिम्बाब्वे की ओर से हेमिल्टन मासाकाद्जा ने सबसे अधिक 80 रन बनाए. चामू चिभाभा ने भी 64 रनों की उपयोगी पारी खेली. दक्षिण अफ्रीका की ओर से इमरान ताहिर ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए.
जिम्बाब्वे की शुरूआत अच्छी नहीं रही थी. उसने 32 के कुल योग पर ही सिकंदर रजा (5) के रूप में अपना पहला विकेट गंवा दिया था, लेकिन इसके बाद चामू और हेमिल्टन ने दूसरे विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी करके टीम को मुश्किल से उबारने का काम किया.
चामू का विकेट 137 के कुल योग पर गिरा. चामू ने 82 गेंदों पर 10 चौके लगाए. उनके जाने के बाद हेमिल्टन ने विकेटकीपर ब्रेंडन टेलर (40) के साथ तीसरे विकेट के लिए 54 रन जोड़े. हेमिल्टन 191 के कुल योग पर आउट हुए. उन्होंने 74 गेंदों पर आठ चौके और दो छक्के लगाए.
टेलर 214 के कुल योग पर मोर्न मोर्कल का शिकार हुए. इसके बाद मैच जिम्बाब्वे के हाथ से फिसलता चला गया, क्योंकि कोई बड़ी साझेदारी नहीं हुई जबकि साझेदारी के बगैर मैच नहीं जीता जा सकता.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से वेरनॉन फिलेंडर और मोर्कल ने दो-दो विकेट लिए. डेल स्टेन और ड्यूमिनी ने भी एक-एक सफलता पाई.
यह अलग बात है कि जिम्बाब्वे यह मैच हार गया लेकिन उसने द. अफ्रीका के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के आगे 277 रन बनाकर यह साबित कर दिया है कि उसमें कुछ करने का दम है और पूल-बी की दूसरी टीमों को सावधान हो जाना चाहिए.
इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवरों में चार विकेट पर 339 रन बनाए. मिलर और ड्यूमिनी ने अपनी टीम को बुरे वक्त से निकालते हुए पांचवें विकेट के लिए 256 रनों की नाबाद साझेदारी की. इसमें ड्यूमिनी के 115 और मिलर के 128 रन शामिल हैं.
जिम्बाब्वे के कप्तान एल्टन चिगुम्बुरा ने मिलर और ड्यूमिनी की जोड़ी को तोड़ने के लिए आठ गेंदबाज आजमाए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. मिलर ने अपनी 92 गेंदों की पारी में सात चौके और नौ छक्के लगाए जबकि ड्यूमिनी ने 100 गेंदों का सामना कर नौ चौके और तीन छक्के जड़े. मिलर ने 81 गेंदों पर सैकड़ा पूरा किया.
टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी दक्षिण अफ्रीका टीम ने एक समय 84 रनों पर अपने चार अहम विकेट गंवा दिए थे. बीते 10 साल में यह पहला मौका था, जब इस टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ इतने कम रनों पर चार विकेट गंवाए हों.
इसके बाद हालांकि दक्षिण अफ्रीका टीम अपनी प्रतिष्ठा के साथ न्याय करने में सफल रही और इसका पूरा श्रेय मिलर और ड्यूमिनी को जाता है, जिन्होंने पहले तो सम्भलकर और फिर पारी के अंतिम क्षणों में तेजी से खेलते हुए अपनी टीम को मजबूत योग तक पहुंचाने का काम किया.
दक्षिण अफ्रीका ने 10 रन के कुल योग पर सलामी बल्लेबाज क्विंटन दे कॉक (7) का विकेट गंवा दिया था. यह विकेट तेंदाल चातारा ने लिया था. 21 रनों के कुल योग पर हाशिम अमला (11) पवेलियन लौटे. अमला को तिनाशे पानयानगारा ने चलता किया.
फाफ डू प्लेसिस (24) और कप्तान अब्राहम डिविलियर्स (25) ने हालांकि इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 46 रनों की साझेदारी की. 67 के कुल योग पर कप्तान एल्टन चिगुम्बुरा ने प्लेसिस को आउट करके दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका दिया.
कप्तान डिविलियर्स का विकेट 84 के कुल योग पर गिरा, जो ताफाद्जवा कामुनगोजी की गेंद पर क्रेग इर्विन के हाथों लपके गए. डिविलियर्स ने 36 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया.
- इनपुट IANS