वर्ल्डकप 2015 में अभी तक हुए मैचों के लिहाज से ना तो आयरलैंड का स्कोर बहुत बड़ा था और ना ही टीम इंडिया की फॉर्म के लिहाज से टारगेट. शिखर धवन और रोहित शर्मा के लिए मौका सामने था, जिसे भुनाने में दोनों ने जरा भी देर नहीं की.
आयरलैंड ने गंवाए शुरुआती मौके
छोटा स्कोर डिफेंड करना हो, तो आपको हर मौके को नतीजे में तब्दील करना होता है और आयरलैंड यहीं चूक गई. रोहित शर्मा और शिखर धवन ने अभी अपने हाथ खोले भी नहीं थे कि तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर आयरलैंड के गेंदबाज जॉन मूने अपने ही फॉलो थ्रू में शिखर धवन का कैच छोड़ बैठे. शिखर उस समय 5 पर खेल रहे थे. ऐसा ही एक और मौका आयरलैंड को सातवें ओवर में मिला. 10 रन बनाकर खेल रहे शिखर धवन ने जॉन मूने की गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ खेल दिया जहां खड़े पोर्टरफील्ड ने डाइव तो लगाई लेकिन कैच नहीं पकड़ पाए. इसके बाद टीम इंडिया ने आयरलैंड को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया.
शानदार शिखर, दमदार रोहित
मौका भी था और पूल में टॉप पर बने रहने की जरूरत भी थी. रोहित और शिखर ने हाथ खोले, तो आयरलैंड के गेंदबाजों के लिए मुंह छिपाना मुश्किल होने लगा. दोनों ने मिलकर सेडन पार्क के कोने-कोने में शॉट लगाए. चौकों और छक्कों की बरसात के बीच 9वें ओवर में दोनों ने टीम का स्कोर 50 के पार पहुंचा दिया. इसके बाद, तो दोनों ने और खुलकर बल्लेबाजी करनी शुरू कर दी.
15वें ओवर की पहली गेंद पर ही भारत का स्कोर 100 के पार पहुंच गया. 17वें ओवर में शिखर ने 54 गेंदों पर 8 चौकों और 1 छक्के की मदद से अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की, तो रोहित ने 19वें ओवर में 49 गेंदों पर ये उपलब्धि हासिल की. रोहित ने इस दौरान तीन चौके और तीन छक्के जमाए. 21वें ओवर तक दोनों ने मिलकर भारत का स्कोर 150 के पार पहुंचा दिया.
64 पर लौटे रोहित
24वें ओवर में भारत का स्कोर 174 तक पहुंच गया था. इसी स्कोर पर रोहित शर्मा थॉम्पसन की गेंद को पढ़ने में चूक गए और गेंद को थर्डमैन पर धकेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए. गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुए ऑफ स्टंप से टकरा गई.
शिखर का शतक
विराट कोहली अब शिखर धवन के साथ मैदान पर थे. 27वें ओवर में शिखर ने इस वर्ल्ड कप की अपनी दूसरी सेंचुरी ठोक डाली. 84 गेंदों पर 11 चौकों और 5 छक्कों की मदद से शिखर ने अपने करियर का आठवां शतक बनाया. हालांकि अगले ही ओवर में थॉम्पसन ने शिखर को अपने जाल में फंसा लिया. पोर्टरफील्ड ने कवर पर एक शानदार कैच लेकर शिखर को विदा किया.
विराट-रहाणे ने पूरी की औपचारिकता
शिखर आउट हुए, तो भारत जीत से 70 रन दूर था. जीत दिखाई दे रही थी लेकिन विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के लिए साझेदारी बनाना जरूरी था और उन्होंने यही किया भी. दोनों ने मिलकर पहले टीम को 200 के पार पहुंचाया और फिर 250 के. करीब 7.5 रन प्रति ओवर की औसत से बल्लेबाजी करते हुए दोनों ने 9 ओवर में 70 रन जोड़कर भारत को जीत दिला दी. भारत को ये जीत 37वें ओवर में मिली. विराट 44 और अजिंक्य 33 रन बनाकर नाबाद रहे.
टीम इंडिया टॉप पर
इस जीत के साथ ही ये भी तय हो गया पूल बी में अब भारत टॉप पर ही रहेगा और क्वार्टर फाइनल में उसकी टक्कर पूल-ए में चौथे नंबर पर रही टीम से होगी. भारत को अपना आखिरी लीग मैच 14 मार्च को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलना होगा.
वर्ल्डकप 2015 में न्यूजीलैंड की ज़मीन पर टीम इंडिया का ये पहला मुकाबला था. अपने पूल में टॉप पर बने रहने के लिए भारत के लिए जीत जरूरी थी और सामने ऐसी टीम थी जिसका इतिहास बड़ी-बड़ी टीमों को पटखनी देने का था, इसलिए महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर बिना किसी बदलाव के मैदान में उतरे.
आयरलैंड को अगले दौर में पहुंचने के लिए भारत या पाकिस्तान में से किसी एक के खिलाफ जीत की दरकार थी, इसलिए उनके लिए मैच बहुत बड़ा था. टॉस आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने जीता और न्यूजीलैंड की सबसे धीमी कही जाने वाली हेमिल्टन की विकेट पर पहले बल्लेबाजी चुनी. इस मैच के लिए आयरलैंड ने टीम में एक बदलाव भी किया. ऑफ स्पिनर एंडी मैक्ब्राइन की जगह तेज गेंदबाज स्टुअर्ट थॉम्पसन को टीम में जगह मिली.
आयरलैंड ने की सधी शुरुआत
सेडन पार्क की फ्लैट और रनों से भरी विकेट पर आयरलैंड ने जबरदस्त शुरुआत की. कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड और पॉल स्टर्लिंग ने टीम इंडिया के गेंदबाजों पर जमकर हमला बोला. छह की औसत से रन बनाते हुए दोनों ने 10 औवर में 60 रन ठोक डाले. 11वें ओवर में टीम इंडिया को इस साझेदारी को तोड़ने का मौका मिला, जब अश्विन की गेंद पर दूसरा रन लेने की कोशिश करते हुए स्टर्लिंग बॉलिंग एंड की क्रीज से बाहर निकल आए, लेकिन मोहित शर्मा की थ्रो स्टंप पर नहीं लग पाई. आयरिश ओपनर्स टीम इंडिया पर भारी पड़ रहे थे.
15 ओवर तक दोनों ने मिलकर 89 रन जोड़ दिए थे लेकिन इसी स्कोर पर स्टर्लिंग अश्विन की गेंद को उड़ाने के चक्कर में लॉन्ग ऑफ पर खड़े रहाणे को एक आसान कैच थमा बैठे. स्टर्लिंग ने 41 गेंदों पर 42 रन बनाए. अब नए बल्लेबाज एड जॉइस मैदान पर थे लेकिन इससे पहले कि वो टिकते पार्ट टाइम गेंदबाज़ सुरेश रैना के पहले ओवर की दूसरी ही गेंद उनकी गिल्लियां बिखेर गई. एक अच्छी शुरूआत का फायदा आयरलैंड ने 100 रन पूरे होने से पहले ही गंवा दिया.
टीम इंडिया ने की वापसी
दो विकेट जल्दी गिर जाने से दबाव आयरलैंड पर आ गया. जो रनगति शुरुआत में 6 का औसत छू रही थी वो अब 3.5 के करीब आ गई. कप्तान पोर्टरफील्ड के साथ नील ओ ब्रायन ने साझेदारी, तो बनाई लेकिन दोनों की धीमी बल्लेबाजी ने आयरलैंड को बैकफुट पर धकेल दिया. आयरलैंड के 100 रन 22वें ओवर में जाकर बने. इस बीच पोर्टरफील्ड ने 65 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. 31वें ओवर रैना की गेंद पर धोनी पोर्टफील्ड को स्टंप करने से चूक गए लेकिन 32वें ओवर में मोहित शर्मा ने पोर्टरफील्ड को मिड ऑफ पर उमेश यादव के हाथों कैच करा दिया. पोर्टरफील्ड और नील ओ ब्रायन ने 14 ओवर तक बल्लेबाजी की और महज 53 रन ही जोड़े.
हमलावर हुआ आयरलैंड
धीमी बल्लेबाजी और जल्दी-जल्दी तीन विकेट गिरने की वजह से 32 ओवर तक आयरलैंड का स्कोर 150 के पार भी नहीं पहुंचा था. ऐसे में बल्लेबाज़ी करने आए एंडी बेलबर्नी ने नील ओ ब्रायन के साथ मोर्चा संभाला. दोनों ने मिलकर तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए. अगले 7 ओवर तक दोनों ने धुआंधार बल्लेबाज़ी की और करीब 8 की औसत से रन बनाते हुए अपनी टीम को 200 के पार पहुंचा दिया. इस दौरान नील ओ ब्रायन ने 62 गेंदों में अपने 50 रन भी पूरे कर लिए. 39वें ओवर में बेलबर्नी 24 रन बनाकर अश्विन की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े शमी को कैच थमा बैठे. 206 पर आयरलैंड का चौथा विकेट गिरा.
भारतीय गेंदबाजों ने कसा शिकंजा
2 रन बाद ही नए बल्लेबाज केविन ओ ब्रायन भी 1 रन बनाकर चलते बने. उन्हें मोहम्मद शमी ने धोनी के हाथों विकेट के पीछे कैच कराया. इसके बाद जैसे आयरिश बल्लेबाज़ों में तू चल मैं आया ही होड़ लग गई. विकेटकीपर बल्लेबाज गैरी विल्सन (6) जडेजा की गेंद को स्वीप करने के चक्कर में शॉर्ट फाइन लेग पर रहाणे के हाथों धरे गए, तो 75 गेंदों पर 75 रन बनाकर खेल रहे नील ओ ब्रायन को शमी ने गलती करने पर मजबूर कर दिया. बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर उमेश यादव ने कैच लपककर नील ओ ब्रायन की पारी का अंत कर दिया.
आउट होने वाले अगले बल्लेबाज स्टूअर्ट थॉम्पसन (2) थे जो शमी की गेंद पर रन लेने की जल्दबाज़ी में विराट के शानदार थ्रो का शिकार बन गए. जॉर्ज डॉकरेल 6 रन बनाकर उमेश यादव का शिकार बने, जिन्हें धोनी ने आसानी के कैच किया. 46वें ओवर तक 238 पर आयरलैंड के 9 विकेट गिर चुके थे. ऐसे में जॉन मूनी और एलेक्स क्यूसेक ने धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया और अपनी टीम को 250 के पार पहुंचा दिया.
49वें ओवर की आखिरी गेंद पर मोहम्मद शमी ने क्यूसेक को थर्डमैन पर खड़े उमेश यादव के हाथों कैच कराया और आयरिश पारी को 259 पर समेट दिया. क्यूसेक ने 11 और मूनी ने नाबाद 12 रन बनाए. आयरलैंड इस वर्ल्डकप में भारत के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाली टीम बनी, लेकिन बाकी टीमों की तरह भारत के खिलाफ पूरे 50 ओवर वो भी नहीं खेल पाई.