2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप में मंगलवार से शुरू हो रहा है सेमीफाइनल मुकाबला और इसमें दो बड़ी टीमें भिड़ने के लिए तैयार हैं. ऑकलैंड में होस्ट न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा यह महामुकाबला. क्वार्टर फाइनल में जहां न्यूजीलैंड ने मार्टिन गुप्टिल की ऐतिहासिक नाबाद 237 रनों की मदद से वेस्टइंडीज को नॉक आउट किया वहीं दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 9 विकेट से बाहर का रास्ता दिखा कुछ हद तक ‘चोकर्स’ का टैग हटाने की कोशिश की.
2015 वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का प्रदर्शन
वनडे में न्यूजीलैंड के सबसे सफल कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग ने गुप्टिल की इस पारी को न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास की महानतम पारी करार दिया. गुप्टिलअपनी इस पारी की बदौलत अब इस टूर्नामेंट के
सेमीफाइनल में पहुंची टीमों के क्रिकेटर्स के बीच सबसे अधिक रन (498) बनाने वाले बल्लेबाज (ओवरऑल में संगकारा के बाद नंबर-2) बन गए हैं. टूर्नामेंट में कप्तान ब्रेंडन मैक्कुलम का बल्ला भी
लगातार गरजता रहा है. वहीं कीवी गेंदबाज भी इस टूर्नामेंट में शुरू से ही छाए हुए हैं. गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही कीवी टीम ने खेले गए सात मैचों में 67 विकेटें लीं, भारत के बाद इस
टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली टीम. कुल मिलाकर इस टूर्नामेंट में लगातार सात मैच जीत चुकी न्यूजीलैंड टीम के लगभग सभी खिलाड़ी फॉर्म में लौट आए हैं.
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट में दो मैच हार चुका है लेकिन उसके कप्तान डी'विलियर्स (417 रन), हाशिम अमला (323 रन) और डु-प्लेसिस (298 रन) बनाकर शानदार फॉर्म में हैं. उनके पास डेल स्टेन और मोर्ने मोर्केल जैसे गेंदबाज हैं जिनकी गेंदबाजी बड़े से बड़े बल्लेबाजों के लिए पहले भी मुसीबत बन चुकी है. यानी वो किसी भी बैटिंग ऑर्डर को नेस्तनाबूद कर सकते हैं.
NZvsSA: आंकड़े क्या बोलते हैं?
वर्ल्ड कप में इन दोनों टीमों के बीच अब तक कुल छह मुकाबले हुए हैं. इसमें से न्यूजीलैंड ने चार जबकि अफ्रीकी टीम ने दो जीते हैं. लेकिन बात अगर वनडे क्रिकेट की करें तो यहां शेर दक्षिण अफ्रीका
है. दोनों टीमों के बीच कुल 61 वनडे मुकाबले हुए हैं. इनमें से 36 दक्षिण अफ्रीका जीता है तो केवल 20 न्यूजीलैंड के खाते में आया. 2014 में इन दोनों टीमों के बीच हुए तीन मुकाबलों में से दक्षिण
अफ्रीकी टीम ने दो मैच जीते जबकि एक बारिश की वजह से रद्द हो गया था. यानी कुल मिलाकर आंकड़ों की नजर में पलड़ा दक्षिण अफ्रीकी टीम का ही भारी लगता है.
वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में प्रदर्शन
दक्षिण अफ्रीकी टीम पर लगा चोकर्स टैग तो सर्वविदित हैं लेकिन यहां न्यूजीलैंड को भी इसी कैटगरी में रखना चाहता हूं क्योंकि ये तो अफ्रीका से भी बड़े ‘चोकर्स’ हैं. जहां दक्षिण अफ्रीकी टीम वर्ल्ड कप
के सेमीफाइनल में तीन बार पहुंच कर बाहर हो चुकी है वहीं न्यूजीलैंड उनसे ठीक दोगुने छह बार ऐसा कर चुकी है. अफ्रीकी टीम 1992 में इंग्लैंड से तो 1999 और 2007 में चैंपियन ऑस्ट्रलिया से हारी.
उधर न्यूजीलैंड की टीम 1975 से अब तक छह बार सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन फाइनल कभी नहीं खेल सकी.
1975, 1979, 1992 और 1996 के बाद न्यूजीलैंड का वर्ल्ड कप में यह लगातार तीसरा और कुल मिलाकर सातवां सेमीफाइनल (2007, 2011 और 2015) मुकाबला है. न्यूजीलैंड की टीम 1975 में चैंपियन वेस्टइंडीज से, 1979 में इंग्लैंड से, 1992 में चैंपियन पाकिस्तान से, 1999 में एक बार फिर पाकिस्तान से, 2007 में श्रीलंका से और 2011 में ऑस्ट्रेलिया से हार कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले से बाहर हो चुकी है.
बेहद रोमांचक होगा मुकाबला
वैसे जो एक कारण क्रिकेट को खास बनाता है वो इसके मुकाबले की प्रकृति का अनिश्चित होना है. मतलब यह है कि मैच वाले दिन टीमें कैसा खेल रही हैं यह जीत के लिए सबसे ज्यादा मायने रखता
है न कि खेल रही टीमों के बीच पहले क्या आंकड़े रहे हैं. न्यूजीलैंड के कोच माइक हेसन भी इससे इत्तेफाक रखते हैं. हेसन ने कहा, ‘हम सभी फाइनल में जगह बनाने के लिए उत्सुक हैं और मुझे
लगता है कि सेमीफाइनल का यह मुकाबला बेहद रोमांचक होगा. दोनों टीमें अच्छा क्रिकेट खेल रही हैं और कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा.’ न्यूजीलैंड के लिए एकमात्र चिंता एड़ी की चोट के कारण तेज
गेंदबाज एडम मिल्ने का बाहर होना है. उनकी जगह युवा तेज गेंदबाज मैट हेनरी को टीम में शामिल किया गया है.
मौजूदा वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड की मेजबानी में होने वाला यह अंतिम मैच होगा, टीम जीत के साथ ही पड़ोसी मुल्क ऑस्ट्रेलिया में पहली बार फाइनल खेलने जाना चाहेगी लेकिन अपने घरेलू दर्शकों की मौजूदगी में टीम पर एक अलग दबाव भी मौजूद होगा. न्यूजीलैंड का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि उसे कभी प्रबल दावेदार नहीं माना गया लेकिन उसके साथ खेल रही टीम भी ‘चोकर्स’ ठप्पे के साथ खेलती रही है और अगर इस बार भी नहीं जीत सकी तो यह टैग उसपर यथावत बना रहेगा.
मैच का विजेता कौन होगा यह अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल है. लेकिन इसकी उम्मीद जरूर है कि दोनों टीमों के बीच इस मुकाबले में रोमांच अपने चरम पर होगा. तो बस कुछ ही देर में हो जाएगा फैसला कि इन दो बड़े ‘चोकर्स’ के इस मुकाबले का विजेता बन कर पहली बार फाइनल में कौन पहुंचेगा.
टीमें इस प्रकार हैं:
न्यूजीलैंड: ब्रेंडन मैक्कुलम (कप्तान), कोरी एंडरसन, ट्रेंट बोल्ट, ग्रांट इलियट, मार्टिन गुप्टिल, टॉम लैथम, मिशेल मैकलेनाघन, नाथन मैक्कुलम, काइल मिल्स, ल्यूक रोंची, टिम साउथी, रॉस टेलर,
डेनियल विटोरी, केन विलियम्सन और मैट हेनरी.
दक्षिण अफ्रीका: एबी डी'विलियर्स (कप्तान), हाशिम अमला, काइल एबोट, फरहान बेहरडीन, क्विंटन डि कॉक, जेपी डुमिनी, फाफ डु-प्लेसिस, इमरान ताहिर, डेविड मिलर, मोर्ने मोर्कल, वेन पार्नेल, एरोन फांगिसो, वर्नन फिलेंडर, रिली रोसेयु और डेल स्टेन.
समय: मैच भारतीय समयानुसार सुबह 6.30 बजे शुरू होगा.
मैदानः ईडन पार्क, ऑकलैंड, न्यूजीलैंड
फील्ड अंपायरः इयान गाउल्ड और रॉड टकर
थर्ड अंपायरः नाइजेल लॉन्ग
फोर्थ अंपायरः ब्रूस ऑकसनफोर्ड
मैच रेफरीः डेविड बून