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IPL में अश्विन का खौफ, क्रीज में धवन की तरह चिपककर रहते हैं बल्लेबाज

अश्विन की गेंदबाजी के दौरान कोई भी नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज छोड़कर रन लेने के लिए गेंद के फेंके जाने से पहले बाहर नहीं निकलता.

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IPL 2019, (PHOTO- iplt20.com)
IPL 2019, (PHOTO- iplt20.com)

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आईपीएल में आर. अश्विन द्वारा जोस बटलर के खिलाफ की गई मांकड़िंग के बाद दुनिया भर के दिग्गज बल्लेबाजों में खौफ बैठ गया है. यही कारण है कि अश्विन की गेंदबाजी के दौरान कोई भी नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज छोड़कर रन लेने के लिए गेंद के फेंके जाने से पहले बाहर नहीं निकलता.

इसका जीता-जागता उदाहरण शनिवार को दिल्ली और पंजाब के बीच खेले गए मैच के दौरान देखने को मिला. दरअसल, दिल्ली की टीम बल्लेबाजी कर रही थी. 12वें ओवर की तीसरी गेंद के लिए आर अश्विन तैयार थे. सामने थे श्रेयस अय्यर जो शॉट खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार थे. अश्विन गेंद करने आए और रनअप लेकर क्रीज तक पहुंचे और अचानक रुक गए तभी नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े शिखर धवन अश्विन की तरफ देखकर तेजी से क्रीज में और अंदर आ गए. इसके बाद उन्होंने बैठकर पैर की मूवमेंट दिखाई.

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हालांकि, इसी ओवर में एक और रोचक वाकया देखने को मिला. तीसरी गेंद के लिए एक बार फिर अश्विन रनअप लेकर आए और अय्यर को गेंद डाली. लेकिन जैसे ही उन्होंने गेंद डिलिवर की, नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े धवन ने उन्हें चिढ़ाने के लिए एक रोचक हरकत की. स्क्रीन पर जब यह वाकया लोगों ने रिप्ले में देखा तो हंसी रोक नहीं पाए.

दरअसल, राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच 25 मार्च को खेले गए आईपीएल के मैच में हैरान कर देने वाला वाकया देखने को मिला था. पंजाब के कप्तान और गेंदबाज अश्विन ने बिना गेंद फेंके ही नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर खड़े जोस बटलर को रन आउट कर मांकड़िंग विवाद को हवा दे दी. उन्होंने आउट करने से पहले बटलर को चेतावनी भी नहीं दी थी. इसके बाद दिग्गज खिलाड़ियों समेत क्रिकेट कानूनों का संरक्षक माने जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने अश्विन की इस हरकत को खेल भावना के खिलाफ बताया था.

एमसीसी ने कहा, ‘मामले की समीक्षा करने के बाद हमें नहीं लगता कि यह खेल भावना के तहत था. हमारा मानना ​​है कि अश्विन ने क्रीज पर पहुंचने और ठहराव के बीच ज्यादा समय लिया था. ऐसे में बल्लेबाज उम्मीद करता है कि गेंद फेंक दी गई है. बटलर ने ऐसा ही सोचा होगा कि गेंद फेंक दी गई है और वह अपने क्षेत्र में था.’

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वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने कहा कि अश्विन को इससे बचना चाहिए था. उन्होंने कहा, 'अश्विन के स्तर और अंतरराष्ट्रीय करियर को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि उन्होंने सही किया. वह बहुत बड़े खिलाड़ी है और ऐसी हरकत काफी छोटी चीज है. बटलर की जगह अगर विराट कोहली या कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी होता तो उसकी काफी आलोचना होती. ऐसी हरकत खेल का हिस्सा नहीं है. अश्विन अपनी जगह सही हैं. लेकिन, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था.’

इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा, 'जो मैंने देखा, उस पर भरोसा नहीं हो रहा. युवा खिलाड़ियों के लिए गलत मिसाल कायम की गई. अश्विन को इस पर जरूर खेद होगा.' इंग्लैंड के खिलाड़ी जेसन राय ने कहा, 'अश्विन का यह स्तब्ध करने वाला बर्ताव था. बहुत निराशाजनक.'

क्या होती है Mankading?

मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को Mankading कहते हैं. भारतीयों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की सीरीज के दौरान Mankading से आउट किया था. वहीं, घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्रॉफी मैच में इसी तरह से आउट किया था.

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72 साल पहले वीनू मांकड़ की थी 'मांकड़िंग'

13 दिसंबर 1947 को वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट किया था. मांकड़ बॉलिंग कर रहे थे, जैसे ही ब्राउन क्रीज से बाहर निकले, मांकड़ ने उन्हें रन आउट कर दिया. उस दौरे में मांकड़ ने ब्राउन को दो बार इसी तरह आउट किया था. हालांकि मांकड़ ने मैच में ब्राउन को आउट करने से पहले वॉर्निंग दी थी. रन आउट के इस तरीके को अनौपचारिक तौर पर माकंडिंग कहा जाता है.

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