देश में चल रही फ्रीडम ऑफ स्पीच की बहस पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि हम इस बहस को इसलिए कर पाते हैं क्योंकि हमारे सुरक्षा बल अपनी ड्यूटी निभा रहे होते हैं.
खुद से पहले देश की सोचते हैं जवान
धोनी ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमारे जवान इस बात की गारंटी देते हैं कि हम चैन से बहस भी कर सकें. स्पेशल फोर्सेज और कमांडो यूनिट के जवान भी हमारी तरह आम लोग होते हैं, लेकिन देशभक्ति का जज्बा उनमें बहुत ज्यादा होता है. उनकी ट्रेनिंग ऐसी होती है कि वे लोग खुद से पहले देश के बारे में सोचते हैं. उनकी सुरक्षा में ही हम बहस भी कर पाते हैं.
As v have this debate on freedom of speech our forces r making sure v stay in position to keep debating.
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) February 21, 2016
Spl forces and commando unit's r normal ppl like u and me who r highly motivated and trained to put the interest of the nation before self
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) February 21, 2016
मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं धोनी
असहिष्णुता और फ्रीडम ऑफ स्पीच पर देश में चल रही बहस के बीच इसे बड़ा हस्तक्षेप माना जा रहा है. महेंद्र सिंह धोनी भारतीय सेना की ओर लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद से सम्मानित हैं. जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी की घटना सामने आने के बाद फ्रीडम ऑफ स्पीच को लेकर कई तरह के विचार सामने आ रहे हैं. इनसे पहले क्रिकेटर शिखर धवन ने भी ऐसा ही बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हमें यूनिवर्सिटी में तिरंगा फहराना चाहिए. यह बड़े गर्व की बात है. हमें अपने देश का सम्मान करना चाहिए. जिस देश का खाते हैं उसके बारे में बुरा कैसे कह सकते हैं.