पाकिस्तान को कोलंबो में दूसरे टेस्ट के दौरान गुरुवार को टीवी अंपायर पॉल रिफेल की गलती से विकेट से महरूम रहना पड़ा था और उसने एक रिव्यू भी गंवाया था जिसके बाद उसे शुक्रवार को एक अतिरिक्त रिव्यू का विकल्प दिया गया.
यह घटना पी सारा ओवल में पहले दिन के खेल के दौरान हुई जब पाकिस्तान ने जुल्फिकार बाबर की गेंद पर कौशल सिल्वा के खिलाफ स्लिप में कैच की अपील मैदानी अंपायर सुदंरम रवि द्वारा ठुकरा दिए जाने पर रिव्यू लिया था. लगातार रीप्ले देखने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज और इस मैच में तीसरे अंपायर की भूमिका निभा रहे रिफेल ने अंपायर के फैसले को सही ठहराया कि गेंद बल्ले से नहीं लगी. डीआरएस का हिस्सा स्निकोमीटर या हॉटस्पॉट नहीं है, लेकिन रीप्ले से यह भी सुझाव आया कि अगर गेंद बल्ले से नहीं टकराई है तो बल्लेबाज एलबीडब्ल्यू है क्योंकि गेंद स्टंप से टकराती. रिफेल ने इस संभावना पर विचार नहीं किया.
क्या कहता है DRS का नियम...
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का डीआरएस से जुड़ा नियम कहता है, फैसले की समीक्षा के दौरान अगर तीसरे अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज किसी और तरीके से
आउट हो सकता है जो उसे मैदानी अंपायर को इसी के मुताबिक सलाह देनी चाहिए. पाकिस्तान के कैच वकार यूनिस ने इस घटना के बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड से
स्पष्टीकरण मांगा लेकिन फैसले को बदला नहीं जा सका क्योंकि खेल पहले ही शुरू हो चुका था.
PAK को मिला एक्स्ट्रा रिेव्यू
सिल्वा उस समय 13 रन बनाकर खेल रहे थे और उन्होंने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 21 रन बनाए. आईसीसी ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन
शुक्रवार को जब खेल दोबारा शुरू हुआ तो टेलीविजन ग्राफिक्स में पुष्टि हुई कि पाकिस्तान के पारी के दोनों रिव्यू बचे हुए हैं.