मीरपुर वनडे का 25वां ओवर और टीम इंडिया चार विकेट गंवा कर मुश्किल में फंसी हुई थी. मुस्तफिजुर रहमान गेंदबाजी के लिए आए और पहली गेंद कैप्टन कूल एम एस धोनी को फेंकी और कोई रन भारत के खाते में नहीं जुड़ा. दूसरी गेंद पर जो कुछ हुआ वो कोई सोच भी नहीं सकता.
धोनी ने गेंद सिंगल के लिए खेली और फिर मुस्तफिजुर को पिच के बीच पर कोहनी से धक्का मारा. मुस्तफिजुर इससे पहले भी लगातार भारतीय बल्लेबाजों के रास्ते में आकर खड़े हो जा रहे थे. उन्होंने अपने ओवर के दौरान इस तरह से टीम इंडिया के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया था. फिर क्या था कैप्टन कूल ने अपना आपा खो दिया और इस गेंदबाज को उसी के अंदाज में सबक सिखा डाला.
धोनी ने धक्का मारने के तुरंत बाद अंपायर को भी इशारा किया कि मुस्तफिजुर उनके रास्ते में आकर खड़े हो गए थे. धोनी का धक्का इतना तेज था कि मुस्तफिजुर को मैदान छोड़कर बाहर जाना पड़ा. इस ओवर की बाकी गेंद नासिर हुसैन ने फेंकी. हालांकि आखिरी के ओवरों में इस गेंदबाज ने वापसी की और अपने डेब्यू मैच में 9.2 ओवर में 1 मेडन और 50 रन देकर 5 विकेट झटके.
खैर वजह जो भी रही हो लेकिन क्या धोनी का इस तरह धक्का मारना खेल भावना के खिलाफ नहीं है?