2015 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में मुकाबले से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का एक खास बैट प्रदर्शनी के लिए रखा गया है. यह वो बैट है जिससे धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में छक्का लगा कर जीत दिलाई थी. यह बैट 18 जुलाई 2011 को एक लाख पाउंड में नीलाम होने की वजह से पहले ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह बना चुका है.
धोनी के उस बल्ले की प्रदर्शनी बंगाली मार्केट में लगाई गई है. माना जा रहा है कि बल्ले की मौजूदा कीमत करीब एक करोड़ रुपये है. इस बल्ले को फाइनेंसियल ब्रोकिंग फर्म आर. के. ग्लोबल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमित बाघचंडका ने खरीदा था. धोनी ने उस समय बल्ले पर अपना ऑटोग्राफ भी दिया.
धोनी के प्रशंसक अमित ने कहा, ‘बल्ला भले ही आर. के. ग्लोबल के पास है लेकिन यह हमेशा धोनी की संपत्ति रहेगा. हम खुद को उनकी विरासत के रक्षक मानते हैं. हमने बचपन से कपिल देव को ही वर्ल्ड कप खिताब के साथ देखा है. धोनी ने हमें एक और इतिहास बनते हुए देखने का मौका दिया.’
यह पूछने पर कि अगर भारत इस बार भी चैम्पियन बनता है तो क्या वह एक बार फिर धोनी के बल्ले को खरीदेंगे, अमित ने कहा, ‘निश्चित तौर पर. इसमें कोई संदेह नहीं रहना चाहिए. उम्मीद करते हैं कि भारत एक बार फिर विजयी होगा. इस बार भारतीय टीम में 11 सुपरहीरो हैं.’ अमित ने साथ ही कहा कि धोनी बहुत सौम्य इंसान हैं और उनकी यह खासियत सभी का दिल जीत लेती है. भारतीय टीम को वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को खेलना है. अमित के अनुसार वह सेमीफाइनल में भारतीय टीम का हौसला बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने की भी योजना बना रहे हैं.
गौरतलब है कि धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास से सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. वह एक मात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी के तीनों बड़े टूर्नामेंट वर्ल्ड कप, चैम्पियंस ट्रॉफी और टी-20 वर्ल्ड कप जीता है. साथ ही वह एकमात्र ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें लगातार दो साल 2008 तथा 2009 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर के पुरस्कार से नवाजा गया. पद्मश्री से सम्मानित धोनी ने 261 एकदिवसीय मैच खेले हैं और उनके नाम 8,434 रन हैं जिसमें नौ शतक तथा 57 अर्धशतक शामिल हैं.