आखिरकार एक ऐसा तजुर्बेकार क्रिकेटर टीम इंडिया के अंतिम-11 में शामिल हुआ, जिसका उसे वर्षों से इंतजार था. जी हां ! बात हो रही है दिनेश कार्तिक की, जिन्हें बर्मिंघम में मंगलवार को बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले के लिए प्लेइंग इलेवन में चुन लिया गया.
34 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज को टीम इंडिया के लिए वनडे में डेब्यू के 15 साल बाद वर्ल्ड कप टीम के अंतिम-11 में जगह दी गई है. उल्लेखनीय है कि दिनेश कार्तिक ने सितंबर 2004 में वनडे इंटरनेशनल में पदार्पण किया था.
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इससे पहले तक 91 वनडे इंटरनेशनल में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है. यानी 92वें वनडे में वह खुद को वर्ल्ड कप में खेलते पा रहे हैं. इससे पहले कार्तिक को 2007 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में रखा गया था, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला.
वनडे इंटरनेशनल में दिनेश कार्तिक
- वनडे डेब्यू सितंबर 2004 में, धोनी से तीन महीने पहले
- धोनी के बैक अप के तौर पर 2007 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में रहे, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला
- 2011 और 2015 वर्ल्ड कप में नहीं चुने जा सके
- आखिरकार वर्ल्ड कप 2019 के लिए चुने गए
दिलचस्प फैक्ट-
बर्मिंघम के एजबेस्टन में टीम इंडिया चार वैसे खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरी है, जिसमें चार विकेटकीपर हैं. महेंद्र सिंह धोनी के पास विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी है, लेकिन उनके अलावा टीम में ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक और केएल राहुल भी विकेटकीपिंग में विशेषज्ञता रखते हैं.
निदहास ट्रॉफी का यादगार कारनामा -
18 मार्च, 2018: दिनेश कार्तिक की करिश्माई बल्लेबाजी ने क्रिकेट की दुनिया में धूम मचा दी थी. कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में कार्तिक के बल्ले से 8 गेंदों में 29* (6, 4, 6, 0, 2, 4, 1, 6) रनों की बारिश ने बांग्लादेश की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था. फाइनल में आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर अनुभवी कार्तिक ने टीम इंडिया को निदहास ट्रॉफी दिलाई और भारत ने वह रोमांचक फाइनल 4 विकेट से जीता था.