ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने हाल में टेस्ट सीरीज में 0-2 की हार के बाद भारतीय टीम को कमतर आंकने वाली टीमों को चेताते हुए कहा है कि मेहमान टीम अगले महीने होने वाले वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत आत्मविश्वास से भरी टीम के रूप में करेगी.
हसी ने कहा, ‘भारतीय टीम के लिए बड़ी सकारात्मक चीज यह है कि वह पहले ही पिछले दो महीने से ऑस्ट्रेलिया में है. वह यहां के हालात, पिचों की तेजी और उछाल से सामंजस्य बैठा चुके हैं. वे यहां ट्राइ सीरीज में भी हिस्सा लेंगे जिसमें इंग्लैंड भी शामिल होगा. इसलिए वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले उन्हें अच्छा मौका मिला और किसी को भी टेस्ट नतीजों को देखते हुए उन्हें कमतर नहीं आंकना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘टेस्ट सीरीज में 2-0 के नतीजे को अधिक तवज्जो मत दीजिए. भारत ने ना सिर्फ टेस्ट सीरीज में कड़ी टक्कर दी बल्कि वे सीमित ओवरों में बिलकुल अलग टीम होंगे. इस प्रारूप में वे काफी आश्वस्त होते हैं.’ पहले दो मैचों में हार के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट की सीरीज 0-2 से गंवा दी थी.
भारत के प्रदर्शन पर हसी ने कहा कि मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन गेंदबाजी में अनुशासन की कमी थी. उन्होंने कहा, ‘बल्लेबाजी बिलकुल बदल गई है और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. विराट कोहली शानदार खिलाड़ी है और उसने ढेरों रन बनाए. मुझे लगता है कि आगे भी वह ऐसा करता रहेगा.’
हसी ने कहा, ‘अन्य लोगों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों ने कोहली का साथ दिया. साल 2011 के दौरे पर यह चीज नहीं दिखी थी. उनके पास केएल राहुल जैसी प्रतिभा भी है. इस युवा खिलाड़ी के लिए यह उपलब्धि है कि वह ऑस्ट्रेलिया आया और अपना पहला शतक जमाया.’ इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं यह कहने की गुस्ताखी कर सकता हूं कि यह भारतीय आक्रमण 2011 की तुलना में बेहतर दिखा और वे सभी व्यक्तिगत तौर पर अच्छे गेंदबाज हैं. लेकिन अच्छा गेंदबाज होने और अच्छी गेंदबाजी करने में अंतर है. और उन्होंने खराब गेंदबाजी की, पूरी सीरीज के दौरान अनुशासन की कमी थी. हालांकि मेरा यह भी मानना है कि यह सीरीज उनके लिए अनुभव के लिहाज से अहम होगी और वे इससे भविष्य के लिए काफी कुछ सीख सकते हैं.’
भारतीय कोच की दौड़ में हसी का नाम
वर्ल्ड कप की शुरुआत को अब लगभग एक महीने का समय बचा है और इसके साथ भारतीय कोच डंकन फ्लेचर का अनुबंध भी समाप्त हो जाएगा और ऐसे में भारतीय कोच की दौड़ में हसी का नाम भी सामने आया था लेकिन फिलहाल उन्हें खुद को इस दौड़ से अलग कर दिया है. हसी ने कहा, ‘यह खबर कि मेरा नाम भी कोच पद की दौड़ में है, हैरानी भरी थी. मैं पिछले काफी समय से एमएस धोनी को जानता हूं और यह गर्व की बात है कि वह मुझे इतना ऊपर आंकता है. मैंने हालांकि इस मुद्दे पर उससे बात नहीं की है और मुझे नहीं पता कि इस पूरी कहानी में कितना सच है.’ उन्होंने कहा, ‘किसी ने भी मेरे से इस बारे में बात नहीं की है और भारत का अगला कोच बनने के लिए बीसीसीआई ने अब तक मेरे से संपर्क नहीं किया है.’
हसी से जब यह पूछा गया कि अगर बीसीसीआई उनके संपर्क करेगा तो क्या वह दिलचस्पी दिखाएंगे तो उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने अब तक इसके बारे में नहीं सोचा है. करियर के इस चरण में मैं अब भी सक्रिय रूप से क्रिकेट खेल रहा हूं, यहां बिग बैश लीग में और बेशक इंडियन प्रीमियर लीग में भी. इसलिए फिलहाल मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं.’ उन्होंने कहा, ‘अगर मैं इस बारे में सोचता हूं तो भारत क्रिकेट प्रेमी, क्रिकेट का दीवाना देश है जहां एक अरब लोग अपनी टीम का समर्थन करते हैं. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि अगर मैं इस तरह के मौके को स्वीकार करता हूं तो यह मेरे जीवन का सबसे रोमांचक और सबसे बड़ी चुनौती होगा.’
हसी फिलहाल कोचिंग नहीं करना चाहते लेकिन आईपीएल में उनकी फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स ने हाल में उन्हें रिलीज कर दिया था और अब वह खिलाड़ियों की नीलामी का हिस्सा होंगे. आईपीएल में पहले भी सीनियर खिलाड़ी दोहरी भूमिका निभा चुके हैं. हसी से जब यह पूछा गया कि क्या वह आईपीएल टीम के साथ खेलने और कोचिंग की दोहरी भूमिका ले सकते हैं जिससे कि वह खेलना छोड़ने का फैसला करने पर अपने कोचिंग भविष्य को निखार सकें. इस पर उन्होंने कहा, ‘हां, इस विचार को लेकर मैंने विकल्प खुला रखा है. अब भी मैं बिग बैश लीग और आईपीएल में युवाओं से मैदान के अंदर और बाहर बात करता रहता हूं इसलिए मैं इससे (कोचिंग से) पूरी तरह अंजान नहीं हूं.’
क्लार्क को अभी समय दीजिए
चोटिल कप्तान माइकल क्लार्क को वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल किया गया है लेकिन वह इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे और हसी ने कहा कि क्लार्क को फिट होने के लिए आठ मार्च को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले मैच तक समय लेना चाहिए. हसी ने कहा, ‘माइकल अगर पहले चार मैच नहीं खेलता तो मुझे खुशी होगी. बेशक वह महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. वह कप्तान है, उसे काफी अनुभव है. वह वर्ल्ड कप खेला है. हमें उसकी जरूरत है. उसे फिट होने और लंबे समय तक टीम को आगे बढ़ाने के लिए अधिक समय दिया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘यह मेरा नजरिया है. वे निरंतरता चाहते हैं और ऐसी कोई गारंटी नहीं है कि वह दोबारा चोटिल नहीं होगा. यह चयनकर्ताओं के लिए मुश्किल स्थिति है लेकिन मेरा नजरिया यह है कि उसे अधिक से अधिक समय तक जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.’