कोलकाता का ईडन गार्ड्न्स मैदान न्यूजीलैंड के खिलाफ देश में पहले डे-नाइट क्रिकेट टेस्ट की मेजबानी का प्रबल दावेदार है. हालांकि बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि यह 18 जून से होने वाले ‘गुलाबी’ गेंद के प्रयोग पर निर्भर करेगा.
सौरव गांगुली ने कुछ भी खुलासा नहीं करते हुए कहा, ‘अब तक किसी चीज की पुष्टि नहीं हुई है. कोई पुष्टि नहीं हुई है. डे-नाइट टेस्ट की मेजबानी दलीप ट्रॉफी की सफलता पर निर्भर करेगी. हम प्रयोग के तौर पर 18 से 21 जून तक गुलाबी कूकाबूरा गेंद से देश के पहले चार दिवसीय डे-नाइट मैच कैब सुपर लीग फाइनल का आयोजन कर रहे हैं. हम देखेंगे कि यह प्रयोग कैसा रहता है.’ बीसीसीआई के एक प्रभावी अधिकारी ने हालांकि कहा कि अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट मैच होता है तो पूरी संभावना है कि यह ईडन गार्ड्न्स पर ही होगा.
सूत्र ने कहा, ‘यह फैसला 24 जून को बीसीसीआई की कार्य समिति की बैठक में किया जाएगा. हमें उम्मीद है कि मैच की मेजबानी ईडन को मिलेगी. साथ ही हमें डे-नाइट मैच के प्रयोग पर कैब का जवाब भी मिलेगा.’ ईडन को मेजबानी मिलने की संभावना काफी अच्छी है क्योंकि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के बाकी दो टेस्ट स्थल इंदौर और कानपुर हैं.
कानपुर की फ्लडलाइट को लेकर समस्या रही है जबकि इतने बड़े मैच के लिए इंदौर शायद सर्वश्रेष्ठ स्थल नहीं हो. कैब ने अगले हफ्ते होने वाले सुपर लीग फाइनल के लिए एक दर्जन गुलाबी कूकाबूरा गेंद मंगवा ली हैं. इस मैच को टीवी पर लाइव भी दिखाया जाएगा.
कैब सचिव अभिषेक डालमिया ने कहा, ‘गेंद साफ दिखे इसके लिए अधिक घास रखेंगे. कूकाबूरा के विश्व और उपमहाद्वीप के प्रमुख भी आ रहे हैं. यह सब इस पर निर्भर करेगा कि बीसीसीआई इसे कैसे देखता है, यह कितना सफल रहता है. यह आगे बढ़ने का तरीका है. हम पहली बार किसी चीज को आजमा रहे हैं. विरासत हमारे साथ है. हम फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों को दो-दो गेंद देंगे जो फाइनल से पहले दो दिन अभ्यास करेंगी.’