scorecardresearch
 

महिला क्रिकेट पर छिड़ी बहस, 4 नहीं 5 दिन का हो टेस्ट क्रिकेट..?

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकमात्र दिन-रात्रि महिला टेस्ट ड्रॉ रहा. यह टेस्ट मुख्यत: पहले दो दिन खराब मौसम रहने की वजह से ड्रॉ पर छूटा. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच मैथ्यू मोट ने महिला क्रिकेट में पांच दिवसीय टेस्ट की मांग को दोहराया है.

Advertisement
X
Meg Lanning and Mithali Raj. (Getty)
Meg Lanning and Mithali Raj. (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला टेस्ट क्रिकेट ड्रॉ रहा
  • ऑस्ट्रेलियाई कोच ने 5 दिवसीय टेस्ट की मांग को दोहराया

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकमात्र दिन-रात्रि महिला टेस्ट ड्रॉ रहा. यह टेस्ट मुख्यत: पहले दो दिन खराब मौसम रहने की वजह से ड्रॉ पर छूटा. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच मैथ्यू मोट ने महिला क्रिकेट में पांच दिवसीय टेस्ट की मांग को दोहराया है. दूसरी तरफ, पूर्व भारतीय कप्तान डायना इडुल्जी और शांता रंगास्वामी ने यथास्थिति (4 दिन का टेस्ट) बनाए रखने को प्राथमिकता दी है और इसकी जगह वे चाहते हैं कि घरेलू क्रिकेट में लाल गेंद का क्रिकेट शुरू हो.

Advertisement

मोट और इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिन-रात्रि टेस्ट ड्रॉ होने के बाद सुझाव दिया था कि महिला टेस्ट क्रिकेट को चार दिवसीय से पांच दिवसीय बनाने की जरूरत है.

गोल्ड कोस्ट में दिन-रात्रि टेस्ट के पहले दो दिन बारिश के कारण लगभग 100 ओवरों का खेल नहीं हो पाया. मोट ने ड्रॉ टेस्ट के बाद कहा, ‘‘मेरे लिए यह पांच दिन का मुकाबला होना चाहिए.’ मोट ने 2019 महिला एशेज टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भी पांच दिवसीय टेस्ट की जरूरत पर जोर दिया था.

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 15 साल में पहला टेस्ट खेला और इससे पहले जून में इंग्लैंड के खिलाफ भी उसका पिछला टेस्ट ड्रॉ रहा था. यह 7 साल में टीम का पहला टेस्ट था.

मौजूदा नियमों के तहत महिला क्रिकेट में एक दिन में 100 ओवर फेंके जा सकते हैं जो पुरुष क्रिकेट से 10 अधिक हैं.

Advertisement

इडुल्जी ने कहा, ‘चार दिवसीय प्रारूप अभी सही है. अतीत में हम तीन दिवसीय मैच भी खेल चुके हैं, अभी सिर्फ तीन देश (भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) महिला टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और भारत ने शुरुआत ही की है.’

उन्होंने कहा, ‘अगर गोल्ड कोस्ट में बारिश नहीं होती, तो उस मैच में भी नतीजा आता. वैसे भी आपको दिन में 100 ओवर फेंकने की स्वीकृति है, जो मैच में 400 ओवर होते हैं. यह पुरुष मुकाबले से सिर्फ 50 ओवर कम हैं.’

इडुल्जी ने कहा कि प्रयास होना चाहिए कि एकमात्र टेस्ट को पूर्ण सीरीज का हिस्सा बनाया जाए और घरेलू क्रिकेट में लाल गेंद का क्रिकेट शुरू किया जाए. एक अन्य पूर्व कप्तान शांता ने भी इडुल्जी से सहमति जताई. शांता ने कहा, ‘चार दिन में नतीजा आना चाहिए. यह पर्याप्त है. इस मैच में मौसम के कारण काफी समय खराब हुआ.’

शांता ने कहा, ‘जब भी भारत में टेस्ट हो मैं चाहती हूं कि यह छोटे केंद्र पर हो जिससे कि अधिक दर्शक आएं. साथ ही यह आदर्श स्थिति होगी कि कई दिनों के प्रारूप का आदी होने के लिए लाल गेंद का क्रिकेट फिर शुरू किया जाए.’

अगले साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड में वनडे वर्ल्ड कप होना है और ऐसे में भारत के निकट भविष्य में कोई टेस्ट खेलने की संभावना नहीं है.

Advertisement

Advertisement
Advertisement