Bazball: पिछले एक महीने में वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे ज्यादा चर्चा ‘बेजबॉल’ की हुई है, लेकिन इसके प्रेरणास्रोत इंग्लैंड टेस्ट टीम के कोच ब्रेंडन मैक्कुलम को इसके बारे में लगातार बातें करना हास्यास्पद लगता है.
मैक्कुलम के उपनाम ‘Baz ’ से प्रेरित होकर ‘बेजबॉल’ नाम टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के बदले आक्रामक तेवरों से जुड़ा है. मैक्कुलम के कोच बनने के बाद से इंग्लैंड की टीम पूरी तरह से बदली हुई दिख रही है.
न्यूजीलैंड को 3-0 से हराने के बाद भारत के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट में रिकॉर्ड 378 रनों का लक्ष्य हासिल करके उसने जीत दर्ज की. ऑस्ट्रेलियाई टीम के सीनियर बैटर स्टीव स्मिथ ने इंग्लैंड के आक्रामक तेवरों को रोमांचक बताया, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि यह अगले साल एशेज सीरीज तक जारी रहेगा.
'चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं हम'
मैक्कुलम ने सेन डब्ल्यूए ब्रेकफास्ट शो पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट से कहा, 'मैने बेजबॉल को लेकर कई बयान देखे. एशेज सीरीज काफी चुनौतीपूर्ण होगी और हमारे तरीके को इससे चुनौती मिलेगी, लेकिन हम इस चुनौती का सामना करने को तैयार हैं,'
उन्होंने कहा, 'खेल का मतलब ही खुद के प्रदर्शन में लगातार सुधार करना और सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ खेलना है. न्यूजीलैंड और भारत भी बेहतरीन टीमें हैं. ऑस्ट्रेलिया की चुनौती अलग है क्योंकि एशेज की प्रतिद्वंद्विता अलग है.'
Joe Root with Brendon McCullum,Jonny Bairstow & Harry Brook during training session today ahead of the test match against India starting tomorrow. pic.twitter.com/n6HBnmlPuu
— Ayesha (@JoeRoot66Fan) June 30, 2022
'इंग्लैंड के खिलाड़ी इस रवैये को बरकरार रखेंगे'
मैक्कुलम ने कहा, 'मुझे यकीन है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी इस रवैये को बरकरार रखेंगे. यही वजह है कि यह हास्यास्पद विशेषण (बेजबॉल) जो लोग हमें दे रहे हैं, मुझे पसंद नहीं है. खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन पर काफी मेहनत की और इसके पीछे काफी गहराई से सोचा गया है. उन्होंने दबाव का खूबसूरती से सामना किया है.'