England vs Australia Ashes Test: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस समय एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. यह मुकाबला लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में बुधवार (28 जून) से जारी है, लेकिन मैच के पहले ही दिन मैदान पर जमकर हंगामा हुआ.
बता दें कि खेल के दौरान मैदान पर किसी फैन, प्रदर्शनकारी या स्ट्रीकर का घुस आना कोई नई बात नहीं हैं. कई बार फैन्स भी अपने चहेते स्टार से मिलने के लिए मैदान में घुस आते हैं. मगर इस बार कुछ अलग ही मामला था. 'जस्ट स्टॉप ऑयल' अभियान के तहत विरोध जताने के लिए दो प्रदर्शनकारी सीधे मैदान में घुस आए.
48 साल बाद एक अजब संयोग बना
दोनों के पास ऑरेंज पाउडर था, जिससे वो पिच को खराब करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे थे. मगर इसी दौरान इंग्लैंड के स्टार प्लेयर जॉनी बेयरस्टो ने एक प्रदर्शनकारी को पकड़ लिया और उठाकर मैदान से बाहर ले गए. दूसरे प्रदर्शनकारी को सुरक्षागार्ड ने मैदान से बाहर किया.
मगर इस बार एशेज सीरीज में 48 साल बाद एक अजब संयोग बना है. दरअसल, इस बार की तरह ही अगस्त 1975 में एशेज सीरीज में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान ही एक स्ट्रीकर मैदान में घुस आया था. वो मैच भी इस बार की तरह क्रिकेट के मक्का- लॉर्ड्स में ही हुआ था.
लॉर्ड्स में मैच के दौरान घुसने वाला पहला स्ट्रीकर
तब मैदान पर घुसने वाले उस स्ट्रीकर का नाम माइकल एंजेलो था, जो मर्चेंट नेवी में कुक थे. उनका नाम इतिहास में दर्ज हो गया. वो मैदान पर घुसने वाले पहले स्ट्रीकर थे. दावा तो यह भी किया जाता है कि माइकल एंजेलो किसी टेस्ट के दौरान मैदान पर उतरने वाला पहला स्ट्रीकर नहीं था. इस तरह की घटना एक साल पहले ऑकलैंड में हो चुकी थी, जब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट के दौरान दो बार स्ट्रीकर को मैदान में घुसते देखा गया था.
खैर, पहले स्ट्रीकर के तौर पर जाने गए माइकल एंजेलो का किस्सा बड़ा दिलचस्प है. दरअसल, 31 जुलाई से 5 अगस्त 1975 के दौरान खेले गए उस लॉर्ड्स टेस्ट का चौथा दिन काफी उबाऊ था. उस वक्त इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 399/6 रन बनाए थे. बॉब वूल्मर और एलन नॉट क्रीज पर थे, तभी 24 साल के उस शख्स (माइकल एंजेलो) ने दौड़ लगाते हुए स्टंप्स के ऊपर से छलांग लगाई. वैसे दर्शक, जो उस वक्त मैदान पर छाई सुस्ती से ऊंघ रहे थे, अचानक इस अजीब दृश्य को देखकर सब हैरान रह गए.
स्ट्रीकर ने लगाई थी 10 पाउंड की शर्त, इतना ही जुर्माना लगा
लॉर्ड्स के नर्सरी छोर से घुसे उस स्ट्रीकर को माउंट स्टैंड छोर पर सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया और मैदान से बाहर ले गए. आखिरकार मैजिस्ट्रेट ने उस पर 10 पाउंड का जुर्माना लगाया. मजे की बात है कि मैदान पर न्यूड होकर घुसने की शर्त जीतने पर उसे उतने ही पाउंड मिले थे.
माइकल ने 7 साल पहले उस घटना को याद करते हुए कहा था, 'यह मैच काफी उबाऊ था. ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के साथ थोड़ा मजाक चल रहा था. मैं पी रहा था, लेकिन इतना भी नहीं... अगर ऐसा रहता, तो स्टंप पर कूद नहीं पाता. इससे ज्यादा मुझे याद नहीं.'
ग्रेग चैपल ने एक स्ट्रीकर की पिटाई भी कर दी थी
इसके बाद तो स्ट्रीकरों ने मैदान पर लगातार धावा बोला और खेल को बाधित किया. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल को सार्वजनिक तौर पर बयान देना पड़ा कि वह मैदान में स्ट्रीकरों से गंभीरता से निपटेंगे. फरवरी 1977 में ऑकलैंड के ईडन पार्क पार्क में खेले गए न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दूसरे टेस्ट के दौरान चैपल ने एक स्ट्रीकर की खूब खबर ली थी.
मैदान में घुस आए स्ट्रीकर का चैपल ने पीछा किया, उसे पकड़ा और बल्ले से उसकी पिटाई. लेकिन इसके बाद चैपल की एकाग्रता भंग हो गई और वह 58 रन बनाकर रन आउट हो गए. बाद में पता चला उस स्ट्रीकर का नाम लियोनार्ड ब्रूस मैकॉले था. पिटाई से खफा उस स्ट्रीकर ने चैपल को अदालत तक खींचने की कोशिश की. लेकिन उल्टे उसे ही अपनी हरकत के लिए जुर्माना भरना पड़ा.
भारत Vs इंग्लैंड टेस्ट मैच में घुसी थी महिला स्ट्रीकर
भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच जून 1986 में लॉर्ड्स के मैदान पर ही टेस्ट मैच खेला गया था. तब टीम इंडिया की बैटिंग थी और बतौर ओपनर सुनील गावस्कर के साथ कृष्णम्माचारी श्रीकांत क्रीज पर जमे हुए थे. उस मैच में इंग्लैंड टीम के स्टार प्लेयर इयान बाथम नहीं खेल रहे थे. गांजा लेने के कारण उन पर दो महीने का बैन लगा था.
इसी बात से नाराज एक महिला स्ट्रीकर मैदान में घुस आई थी. उसके हाथ में एक बैनर भी था, जिस पर लिखा था कि बाथम को वापस लाओ. बता दें कि इस मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 विकेट से करारी शिकस्त दी थी.