इंग्लैंड की टेस्ट टीम एशेज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है. 8 दिसंबर से ब्रिस्बेन में टेस्ट मुकाबले के जरिए इस रोमांचक सीरीज की शुरुआत होगी. इंग्लिश ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भी इस सीरीज के जरिए लंबे ब्रेक के बाद मैदान पर वापसी कर रहे हैं.
इसी बीच बेन स्टोक्स ने एक पुरानी घटना का जिक्र किया है, जब उनकी जान खतरे में आ गई थी. बेन स्टोक्स ने खुलासा किया कि एक टैबलेट के गले में फंसने से उनका दम लगभग घुट गया था और बाद में उनके बांह पर प्रशिक्षण के दौरान जोनाथन ट्रॉट की गेंद से चोट भी लग गई थी.
डेली मिरर के लिए अपने कॉलम में स्टोक्स ने कहा, 'जब तक यह वास्तव में सामने नहीं आया तो मुझे लगा कि यह अंत हो सकता है. मैं अपने कमरे में अकेला था और मैं सांस नहीं ले पा रहा था क्योंकि यह गले में फंस गया और घुलने लगा. ऐसा लगा जैसे मेरे मुंह में आग लग गई हो. बहुत अधिक विस्तार में जाए बिना यह कहूंगा कि मैंने कभी भी उतनी लार नहीं देखी जितनी मैंने रविवार की सुबह देखी थी. यह वास्तव में एक भयावह अनुभव था.'
30 वर्षीय स्टोक्स ने कहा कि अभ्यास के दौरान जब गेंद उनके बांह के पास लगी तो उनके अंदर एक बार फिर से डर पैद हो गया और उन्हें असहनीय दर्द भी हुआ. स्टोक्स ने कहा, 'मैं इसे उठा नहीं पा रहा था... मुझे लगा कि यह टूट गया है. शुक्र है कि जब मैं ड्रेसिंग रूम में वापस आया तो दर्द और प्रतिक्रिया शांत हो गई. फिजियो ने भी यह सुनिश्चित किया कि वास्तव में यह टूटा हुआ नहीं था.'
स्टोक्स ने कहा, 'अपने होटल के कमरे में वापस आने के बाद ही मैंने सोचा कि यह कितना खराब दिन था. एड्रेनालाइन कम हो गया था और मैं काफी थका हुआ था. खुशी है कि मैं यह कहानी सुनाने के लिए उपस्थित हूं, लेकिन उम्मीद है कि मेरा प्री-टेस्ट ड्रामा अब खत्म हो गया है.'
गौरतलब है कि भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से ही स्टोक्स मानसिक स्वास्थ्य कारणों के चलते अनिश्चितकालीन ब्रेक पर थे. इसके चलते वह आईपीएल के यूएई लेग और मौजूद टी20 वर्ल्ड कप में भी टीम का हिस्सा नहीं हैं. साथ ही, दो महीने पहले ही उनकी उंगली का सफल ऑपरेशन हुआ था.