इंग्लैंड का एक ऐसा लेग स्पिनर, जिसका करियर महज 13 टेस्ट मैचों का रहा, लेकिन अपने सातवें टेस्ट में उसने ऐसा कारनामा किया, जिसकी वजह से आज भी इस गेंदबाज को याद किया जाता है. जी हां! बात हो रही है एरिक होलीज की, जो आज ही के दिन (5 जून को) 1912 में पैदा हुए थे. एरिक को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक ही टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला, और उस टेस्ट ने उन्हें क्रिकेट इतिहास में जगह दिला दी.
दरअसल, एरिक होलीज वही गेंदबाज हैं, जिन्होंने महान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन को इतिहास रचने से रोक दिया था. एरिक की वजह से ब्रैडमैन 100 की जादुई औसत को छूने से चूक गए थे. ब्रैडमैन को अपने आखिरी टेस्ट मैच में तीन अंकों का करिश्माई एवरेज हासिल करने के लिए महज 4 रनों की जरूरत थी, लेकिन एरिक ने उन्हें 'शून्य' पर बोल्ड कर दिया, जिसे क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा झटका माना जाता है.
एरिक होलीज (Getty)
ऑस्ट्रेलियाई टीम 1948 में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड दौर पर थी. सीरीज का अंतिम टेस्ट ओवल में खेला गया. उस टेस्ट मैच में सारी निगाहें ब्रैडमैन पर थीं, जिन्हें 100 की औसत हासिल करने के लिए सिर्फ 4 रनों की दरकार थी.
14 अगस्त (1948) को टेस्ट मैच के पहले ही दिन इंग्लैंड की पारी 52 रनों पर सिमट गई. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार शुरुआत की और 117 रनों पर पहला विकेट गिरा, लेकिन इसके बाद जो हुआ उसके लिए कोई क्रिकेट प्रशंसक तैयार नहीं था.
ब्रैडमैन स्ट्राइक पर थे. गेंद एरिक होलीज के पास थी, जिनके पास टेस्ट खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं था. ब्रैडमैन ने पहली गेंद को सिली मिड-ऑफ की ओर खेल दिया. एरिक ने दूसरी गेंद गुगली डाली, जिसे ब्रैडमैन समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए.
यानी एरिक ने दो गेंदों में ब्रैडमैन का खेल खत्म कर दिया. इंग्लैंड ने वह टेस्ट पारी से गंवाया था, इसलिए ब्रैडमैन को दूसरी पारी में उतरने का मौका नहीं मिला. आखिरकार 52 टेस्ट मैचों के टेस्ट करियर में ब्रैडमैन का एवरेज 99.94 ही रहा. और वह चार रन से 7000 रन पूरे करने से भी चूक गए.
एरिक होलीज ने 13 टेस्ट मैचों के छोटे करियर में 44 विकेट अपने नाम किए थे. प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात करें, तो वारविरशायर का यह गेंदबाज 25 साल (1932-1957) तक छाया रहा. उन्होंने 515 मैचों में कुल 2323 विकेट चटकाए. 1981 में 68 साल की उम्र में एरिक का निधन हो गया.