ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले इंडियन पेस बैटरी पर सभी की नजरें हैं और प्रैक्टिस मैच में उम्दा प्रदर्शन करने वाले वरुण एरोन की ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने भी काफी तारीफ की है.
चार मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले एरोन ने सभी का ध्यान खींचा है, उन्होंने पहले प्रैक्टिस मैच में तेजी और उछाल का पूरा फायदा उठाया था. भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी के साथ वह पेस अटैक का दारोमदार संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
सलामी बल्लेबाज रियान कार्टर्स ने कहा, ‘एरोन ने कुछ बेहतरीन बंपर फेंके.’ उन्होंने कहा, ‘उसने हमें खुलकर खेलने नहीं दिया. तेजी और उछाल एरोन की खूबियां हैं जबकि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर इन्हीं दो चीजों ने पिछले दौरों पर भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया. तेज विकेटों पर वह काफी उपयोगी साबित होगा.’
भुवनेश्वर के बारे में उन्होंने कहा, ‘वह रफ्तार में उतना तेज नहीं है, लेकिन सटीक गेंद डालता है. पिच और हालात से मदद मिलने पर उसे खेलना मुश्किल हो जाएगा.’ इसमें कोई शक नहीं कि फिलहाल पूरा फोकस टीम इंडिया के पेस अटैक पर है. भारत को अगर अगले चार महीने में अच्छा प्रदर्शन करना है तो इन गेंदबाजों को अपनी फिटनेस और मानसिक पहलू पर काफी मेहनत करनी होगी. इन तेज गेंदबाजों ने स्पिनरों और बल्लेबाजों के साथ कोच डंकन फ्लेचर के मार्गदर्शन में खूब अभ्यास किया.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया आमंत्रण एकादश के खिलाफ दूसरा प्रैक्टिस मैच शुक्रवार से शुरू होगा. भारतीय टीम ने पहले प्रैक्टिस मैच के मैदान पर लौटकर पूरे दिन नेट अभ्यास किया. फ्लेचर ने अंपायर की भूमिका निभाई. मुरली विजय, शिखर धवन, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और रिद्धिमान साहा ने बैटिंग प्रैक्टिस की और बारी बारी से तेज और स्पिन गेंदबाजों को खेला. सुरेश रैना ने लंच ब्रेक से पहले कोई बल्लेबाजी अभ्यास नहीं किया.
गेंदबाजों में ईशांत शर्मा ने अगुवाई की जबकि भुवनेश्वर और शमी ने उनका साथ दिया. एरोन ने शुरुआत में गेंदबाजी की. स्पिनरों में आर अश्विन और कर्ण शर्मा ने रविंद्र जडेजा से ज्यादा गेंदबाजी की.
किसी को यह नहीं पता कि पहले टेस्ट में प्लेइंग इलेवन क्या होगी या कप्तान विराट कोहली के जेहन में क्या चल रहा है. अभी पहले टेस्ट में एक सप्ताह से अधिक समय है और दूसरे प्रैक्टिस मैच के बाद टीम संयोजन की तस्वीर साफ हो सकेगी.