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ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा, शास्त्री की मौजूदगी में मुख्य कोच की क्या जरूरत?

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की माने तो रवि शास्त्री के होते हुए टीम इंडिया को मुख्य कोच की जरूरत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि रवि ऐसा क्या कर रहे हैं जो कोच की भूमिका से अलग है.

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FILE PHOTO: राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री
FILE PHOTO: राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की माने तो रवि शास्त्री के होते हुए टीम इंडिया को मुख्य कोच की जरूरत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि रवि ऐसा क्या कर रहे हैं जो कोच की भूमिका से अलग है.

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ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज गेंदबाज ने साथ ही कहा कि टीम इंडिया को बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार से फतुल्लाह में शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट मैच में अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाना होगा. मैक्ग्रा ने कहा, 'सिर्फ एक टेस्ट है और उन्हें इसे किसी अन्य टेस्ट मैच की तरह खेलना होगा. जब आप टेस्ट सीरीज में खेलते हो तो आप अगले टेस्ट के बारे में सोचते हो. आप यहां दूसरे या तीसरे टेस्ट के बारे में नहीं सोच सकते.'

'कोच से अलग नहीं शास्त्री की भूमिका'
मैक्ग्रा ने कहा, 'टीम इंडिया ने निश्चित तौर पर खुद को एकमात्र टेस्ट के लिए तैयार किया होगा और उन्हें अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाना होगा. यह एक अन्य टेस्ट मैच है.' बांग्लादेश दौर में तीन वनडे भी खेले जाएंगे और इस दौरे पर रवि शास्त्री एक बार फिर टीम डायरेक्टर की भूमिका में नजर आएंगे. मैक्ग्रा की माने तो टीम इंडिया को अब मुख्य कोच की जरूरत नहीं है और अगर जरूरत हुई तो वह यह भूमिका निभा सकते हैं.

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मैक्ग्रा से जब टीम डायरेक्टर और मुख्य कोच की भूमिका के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि रवि ऐसा क्या कर रहे हैं जो टीम कोच से अलग है. मुझे नहीं पता कि रवि के काम का दायरा क्या है.'

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की क्रम से वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज पर इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया जिस तरह खेल रही है वे 10-0 से जीतेंगे. अगर इंग्लैंड को प्रतिस्पर्धी बनना है तो अपने खेल में सुधार करना होगा.'

'स्टार्क शानदार वनडे खिलाड़ी'
वर्ल्ड कप 2015 में मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क के बारे में पूछने पर मैक्ग्रा ने कहा, 'उसमें हमेशा से क्षमता रही है और वह बाएं हाथ से 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करता है और गेंद को स्विंग कराता है. वह वनडे खिलाड़ी है और वनडे क्रिकेट को काफी अच्छी तरह जानता है.'

उन्होंने कहा, 'वह टेस्ट में भी अच्छी गेंदबाजी कर सकता है. मुझे लगता है कि वनडे में उसे जो आत्मविश्वास मिला है उसे वह टेस्ट में भी लेकर आया है. वर्ल्ड कप, वनडे और टी-20 मैच उसकी तरह के गेंदबाजों के अनुकूल होते हैं.

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यॉर्कर के बारे में मैक्ग्रा ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि गेंदबाज नेट प्रैक्टिस पर ज्यादा ध्यान देते हैं. अगर आप नेट पर यॉर्कर फेंकने की प्रैक्टिस कर रहे हैं तो आपको क्रीज के पीछे से गेंदबाजी करनी होगी. अगर आप नोबॉल फेंक रहे हो तो आप गलत तरीके से प्रैक्टिस कर रहे हो.'

ICC के नियमों पर बोले मैक्ग्रा
पावर प्ले के दौरान एक और फील्डर को 30 गज के दायरे से बाहर रखने और एक और बाउंसर की स्वीकृति देने के आईसीसी के नियम के बारे में मैक्ग्रा ने कहा, 'शायद अगर आपको पावर प्ले में एक और फील्डर बाहर मिलता है तो बेशक आप बाउंड्री के एक हिस्से का बचाव कर सकते हो.' उन्होंने कहा, 'कुछ बल्लेबाज शॉर्ट गेंद को रन बनाने के विकल्प के तौर पर देखते हैं. लेकिन यह गेंदबाज पर निर्भर करता है. उसे पता होना चाहिए कि उसे कैसे फील्डर की जरूरत है. अगर इसे गेंदबाज परफेक्ट तरीके से कर पाए तो चीजें उसके पक्ष में हो जाती हैं.'

इनपुटः भाषा

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