टी-20 कप्तानी से विराट कोहली के इस्तीफे के बाद वनडे टीम की कमान भी रोहित शर्मा को दे दी गई. सेलेक्टर्स की तरफ से सीमित ओवरों के क्रिकेट में अलग-अलग कप्तान न रखने की बात कही गई थी. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देकर बोर्ड को एक बार फिर नया कप्तान चुनने का मौका दे दिया.
श्रीलंका सीरीज से पहले टेस्ट टीम के कप्तान की घोषणा होनी है. अब देखना यह है कि सेलेक्टर्स और बोर्ड अलग फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान नियुक्त करेगा या रोहित शर्मा को ही वनडे, टी-20 के साथ टेस्ट का भी कप्तान नियुक्त किया जाता है.
क्या थी धोनी की राय?
टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने एक एजेंसी से बात करते हुए जानकारी दी कि महेंद्र सिंह धोनी मानते थे भारत में अलग फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान नियुक्त करना काफी कठिन है. दिनेश कार्तिक ने कहा, 'मुझे याद है कि महेंद्र सिंह धोनी ने इस बात को साफ शब्दों में कहा था कि भारत में क्रिकेट के अलग मायने हैं और यहां अलग फॉर्मेट के अलग कप्तान रखना काफी मुश्किल है.'
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के फैसले पर दिनेश कार्तिक ने कहा, 'मेरे लिए इस बात का जवाब देना मुश्किल होगा (विराट ने टेस्ट कप्तानी क्यों छोड़ी), इसे सिर्फ विराट कोहली ही बेहतर जानते हैं. यह उनका निर्णय है, मुझे पूरी उम्मीद है कि उनके पास इस निर्णय को लेने के लिए एक ठोस कारण भी होगा. मैंने उनके साथ क्रिकेट खेली है और मुझे पता है कि वह मैदान पर हमेशा अपना 100% प्रयास करते हैं.'
2007 टी-20 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे कार्तिक ने कहा कि विराट कोहली भारत के महान टेस्ट कप्तानों में से एक गिने जाएंगे. उन्होंने हमेशा अपना बेस्ट देने का ही प्रयास किया है. विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती थी.