पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ एक विवाद हमेशा साये की तरह पीछे खड़ा रहता है. भारतीय फैन्स शायद ही कोहली और अनिल कुंबले के बीच 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान हुए विवाद को भूल पाएंगे. अब पूर्व नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक (CAG) विनोद राय ने टीम इंडिया के तत्कालीन कोच अनिल कुंबेल और कप्तान विराट कोहली के बीच हुए विवाद को लेकर अपनी किताब में एक और पक्ष सामने रखा है.
विनोद राय ने अपनी किताब में किया खुलासा
उस दौरान भारतीय क्रिकेट को संभालने की जिम्मेदारी विनोद राय को मिली थी. प्रशासकों की समिति (CoA) के प्रमुख विनोद राय को सुप्रीम कोर्ट ने 30 जनवरी 2017 को नियुक्त किया था. उन्होंने अपनी किताब 'Not Just a Nightwatchman- My Innings in the BCCI' में अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच हुए विवाद को लेकर खुलकर लिखा है. उन्होंने दोनों दिग्गजों के बीच हुए विचारों में मतभेदों को सामने रखा है और साथ ही माना है कि यह परिस्थिति और बेहतर ढंग से भी सुलझाई जा सकती थी.
अनुशासित थे अनिल कुंबले
अपनी इस किताब में विनोद राय ने बताया है कि उस वक्त कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले के बिच रिश्ता किसी भी तरीके बेहतर नहीं माना जा सकता है. इस पूरे विवाद के बीच उन्होंने अपनी कप्तान और टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत के बार में भी खुलकर बात की है. उन्होंने बताया कि उन्हें जानकारी दी गई कि कोच अनिल कुंबले ज्यादा अनुशासित हैं, जिससे टीम के खिलाड़ी खुश नहीं थे.
'युवा सदस्य भयभीत महसूस करते थे'
उन्होंने लिखा, 'कप्तान और टीम मैनेजमेंट के साथ मेरी बातचीत में यह बताया गया कि कुंबले बहुत अधिक अनुशासित थे और इसलिए टीम के सदस्य उनसे बहुत खुश नहीं थे. मैंने इस मुद्दे पर विराट कोहली से बात की थी और उन्होंने इस बात को आगे रखा था कि टीम के युवा सदस्य उनके काम करने के तरीके से भयभीत महसूस करते हैं.' वहीं अनिल कुंबले ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वह टीम की बेहतरी के लिए अपना बेस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं.
कुंबले ने भी सामने रखा था अपना पक्ष
उन्होंने आगे बताया कि बतौर कोच अनिल कुंबले का कार्यकाल काफी सफल रहा था. कुंबले ने उनके साथ मीटिंग के दौरान इस बात पर भी जोर दिया था. उन्होंने अपनी किताब में लिखा, 'कुंबले के इंग्लैंड से लौटने के बाद हमारी उनसे लंबी बातचीत हुई. जिस तरह से पूरे प्रकरण को अंजाम दिया गया था. इससे वह स्पष्ट रूप से परेशान थे. उन्हें लगा कि उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है और एक कप्तान या टीम को इतना महत्व नहीं दिया जाना चाहिए.'
पूर्व CAG विनोद राय ने अपनी किताब में बताया कि कप्तान और कोच के बीच विवाद के बीच क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटिव कमेटी के तीनों सदस्यों (सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर) ने विराट कोहली और अनिल कुंबले दोनों से चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के बीच बातचीत भी की थी, जिसके बाद पैनल ने अगले कोच को चुनने की योजना भी बनाई. कुंबले ने चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद रवि शास्त्री को टीम को कोच बनाया गया.