विराट कोहली आईपीएल के बाद गर्दन की चोट के कारण सरे के लिए काउंटी में नहीं खेल सके थे. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और काउंटी के क्रिकेट निदेशक एलेक स्टीवर्ट का कहना है कि आराम से भारतीय कप्तान को कितनी मदद मिली है, इसका पता टेस्ट सीरीज के अंत में चलेगा.
दिलचस्प बात है कि स्टीवर्ट ने कोहली को पहला काउंटी अनुबंध दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी, जिसमें उन्हें मई और जून के दौरान तीन चारदिवसीय मैच खेलने थे.
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लेकिन आईपीएल में गर्दन की चोट के कारण उन्हें आराम की सलाह दी गई, जिससे कोहली सरे के लिए नहीं खेल सके. वह ब्रिटेन के ढाई महीने के व्यस्त दौरे के लिए तरोताजा रहना चाहते थे.
स्टीवर्ट से जब यह पूछा गया कि काउंटी में नहीं खेलने से उन्हें टेस्ट मैचों में मदद मिलेगी या नहीं, तो उन्होंने कहा, ‘विराट ने इंग्लैंड में कुछ सीमित टेस्ट मैच ही खेले हैं और उनका रिकॉर्ड भी इतना शानदार नहीं है, जैसा कि दुनिया में हर अन्य जगह का है. इसलिए वही जवाब दे सकते हैं कि इस आराम से उसे ज्यादा मिला है या नहीं और हम इस सीरीज के अंत में इसके बारे में जान पाएंगे.’
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स्टीवर्ट का मानना है कि अगर कोहली फिट होते और वह काउंटी में खेलते, तो यह दोनों के लिए फायदेमंद रहता. उन्होंने कहा, ‘मेरी कोहली से बात हुई थी. हमने उन्हें बताया कि हम उन्हें मई में सरे के लिए खिलाने के इच्छुक हैं और उन्होंने भी बताया कि वह भी यहां आना चाहते हैं. इससे सरे की मदद होती और निश्चित रूप से इससे विराट को भी फायदा मिलता.’