सीमित ओवरों के क्रिकेट में टीम इंडिया एक बेहतर ऑलराउंडर की तलाश में है. लंबे समय से टीम इस कमी से जूझ रही है. टीम मैनेजमेंट कई विकल्पों को मौके देकर एक बेहतर उम्मीदवार तलाश करने की कोशिश कर रहा है. पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर ने इस रणनीति की आलोचना करते हुए टीम मैनेजमेंट को इसे फौरन रोकने की सलाह दे दी है. गंभीर ने कहा है कि अगला 'कपिल देव' ढूंढना बंद करना चाहिए.
रणजी ट्रॉफी से ही ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए
पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा, 'हम हमेशा कपिल देव के बाद एक ऑलराउंडर की कमी की बात करते हैं. ईमानदारी से कहूं तो हमें तलाश बंद कर देनी चाहिए, इसकी बजाय हमें रणजी ट्रॉफी से ही ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए और जब वह पूरी तरह से तैयार हों तब उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में उतारना चाहिए.'
गंभीर ने कहा, 'जब आपके पास ऐसा कुछ नहीं हो तो ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए, आप उसे स्वीकार कर आगे बढ़ें और जिसे आप नहीं तैयार कर पा रहे हैं... उस पर ज्यादा कोशिश नहीं करनी चाहिए.'
टीम इंडिया लगातार बतौर ऑलराउंडर कई खिलाड़ियों को मौके दे रही है, गौतम गंभीर के मुताबिक टीम इंडिया को एक बेहतर ऑलराउंडर की तलाश को बंद कर कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों को घरेलू टूर्नामेंट में लगातार मौके देकर तैयार करना चाहिए. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में वेंकटेश अय्यर को बतौर ऑलराउंडर देखा जा रहा था. शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर जैसे गेंदबाज भी टीम इंडिया के लिए इस रोल के लिए मौजूदा उम्मीदवार हैं.
टीम इंडिया के महान ओपनिंग बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर ने भी टीम इंडिया के लिए ऑलराउंडरों की कमी को टीम इंडिया की बड़े टूर्नामेंट में हार का बड़ा कारण बताया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए टीम इंडिया कुछ स्पिन ऑलराउंडर विकल्प भी टीम में शामिल किए हैं.