पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों मिशेल जॉनसन और माइकल वॉन ने पर्थ स्टेडियम की पिच को ‘औसत’ रेटिंग देने पर आईसीसी की निंदा की है. मैच रेफरी रंजन मदुगले ने पर्थ की पिच को औसत करार दिया था, जो टेस्ट मैदानों की पिच और आउटफील्ड के लिए सबसे खराब रेटिंग है. ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट में इसी पिच पर भारत को 146 रनों से हराया. ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक, ‘यह पता चला है कि मैच रेफरी रंजन मदुगले ने पर्थ की नई स्टेडियम की पिच को ‘औसत' रेटिंग दी है, जो कि टेस्ट मैदान के लिए सबसे कम अंक के साथ के उत्तीर्ण करना है.’
इसमें कहा गया,‘पर्थ पर दिया फैसला संभवत: असमान उछाल के कारण आया है, जिसमें दो बार बल्लेबाजों को चोट लगी.’ आईसीसी ने इस साल की शुरुआत में मैदान और पिच की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए बहुत अच्छा, अच्छा, औसत, औसत से कम और खराब रेटिंग देना शुरू किया है. वेबसाइट में दावा किया गया कि पहले टेस्ट की मेजबानी करने वाले एडिलेड ओवल की पिच को ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग मिली है.
मदुगले ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न में खेले गए ड्रॉ मैच के बाद पिच को ‘खराब’ रेटिंग दी थी. इस मैदान पर पिछले चार बॉक्सिंग डे टेस्ट में से दो ड्रॉ पर समाप्त हुए है. मदुगले पहले दो टेस्ट में रेफरी थे, जबकि मेलबर्न और सिडनी में खेले जाने वाले दो मैचों में जिम्बाब्वे के एंडी पॉयक्रॉफ्ट इस भूमिका में होंगे.
जॉनसन ने ट्विटर पर लिखा ,‘पिच में कोई खराबी नहीं थी. बल्ले और गेंद के बीच जंग देखकर अच्छा लगा. आम तौर पर बेजान सपाट पिचें देखने को मिलती हैं. मैं जानना चाहता हूं कि अच्छी पिच क्या होता है. उम्मीद है कि एमसीजी पर भी टेस्ट रोमांचक होगा.’
Nothing wrong with it. It was exciting to watch a contest between bat and ball for a change and not these dull flat tracks being served up constantly. I’d actually be interested in knowing what a good pitch is? Hope for another exciting test at the MCG 🏏 https://t.co/Q1vOYm6AaB
— Mitchell Johnson (@MitchJohnson398) December 21, 2018
वॉन ने ट्वीट किया ,‘और फिर वे हैरान होते हैं कि टेस्ट क्रिकेट खराब दौर से क्यो जूझ रहा है. यह बेहतरीन पिच थी जिस पर सभी को मदद मिली. इस तरह की और पिचें होनी चाहिए.’
And they wonder why Test Match cricket is struggling .. Was a tremendously exciting pitch which had a bit for everyone .. Should be more like this IMO .. https://t.co/c5jx99oQfO
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) December 21, 2018
जॉनसन ने लिखा ,‘असमान उछाल अक्सर देखने को मिलता है जब पिच टूटती है. क्या यह उस पिच से अलग है जहां गेंद एक मीटर या ज्यादा स्पिन लेती है और नीची रहती है.’ पर्थ की पिच पर इतना उछाल था कि मोहम्मद शमी की गेंद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच के दाहिने दस्ताने पर लगी और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा.
इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मिशेल जॉनसन औसत’ रेटिंग पर आपस में भिड़ गए. आकाश चोपड़ ने ट्वीट कर लिखा था- मैंने कभी नहीं कहा कि क्रिकेट को पंखों के बिस्तर पर देखना चाहता हूं. आईसीसी ने पिच को 'औसत' दर्जा दिया है - मैं मैच अधिकारियों की प्रतिक्रिया के आधार पर उनके तटस्थ अवलोकन से सहमत हूं. आप नहीं. हमें अपनी राय रखने का अधिकार है. दुश्मन. बहुत बुरा...यदि आपके द्वारा खेली गई पिचों को 'अच्छी' रेटिंग मिली.
I never said that I want to see cricket on feather beds..ICC rated the pitch ‘Average’-I agree with their neutral observation based on the feedback of match officials. You don’t. We r entitled to have our own opinions. FOE. Too bad if the pitches you played on got a ‘good’ rating
— Aakash Chopra (@cricketaakash) December 21, 2018