Virat Kohli Captaincy Saga: पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर क्रिकेट से जुड़े मसलों पर खुलकर अपने विचार व्यक्त करते हैं. गंभीर ने विराट कोहली के कप्तानी से जुड़े विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं. अब गंभीर ने विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. 33 वर्षीय कोहली ने साउथ अफ्रीका में भारत की टेस्ट सीरीज में हार के बाद कप्तानी छोड़ दी थी.
कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद बीसीसीआई के साथ उनके संबंधों को लेकर सवाल खड़े हो गए थे. पिछले साल नवंबर में विराट कोहली को ओडीआई कप्तानी से हटा दिया गया था. जबकि टी20 विश्व कप के बाद कोहली टी20 टीम की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके थे.
अब गंभीर को लगता है कि कोहली और बीसीसीआई के बीच पैदा हुई दरार को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था. गंभीर ने इस विवाद को 'आंतरिक लड़ाई' करार दिया, जिसे बंद दरवाजों के पीछे हल किया जा सकता था.
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गंभीर ने एक न्यूज चैनल से कहा, 'मुझे लगता है कि इसे बंद दरवाजों के पीछे भी सुलझाया जा सकता था. यह एक आंतरिक लड़ाई थी. यह बहुत सारे नए चैनलों के लिए एक ग्रेट टीआरपी थी, यह ठीक है. लेकिन यदि आप इसकी गहराई तक जाते हैं, तो मामला आसानी से हल हो सकता था. यह इतना बड़ा मुद्दा नहीं है.'
कोहली को टेस्ट कप्तान बने रहना चाहिए था
उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मुझे कोई विवाद नहीं दिखता जो बनाया गया था. मुझे लगता है कि विराट को लाल गेंद के कप्तान के रूप में जारी रखना चाहिए था. लेकिन एक बार जब उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, तो उन्हें वनडे कप्तानी भी छोड़ देनी चाहिए थी. बीसीसीआई और चयनकर्ता सफेद गेंद के प्रति अपने दृष्टिकोण को लेकर सही थे. लेकिन टेस्ट कप्तानी से हटने का यह विराट का निजी फैसला था, जिसे उन्हें जारी रखना चाहिए था.'
कोहली के टेस्ट कप्तानी से इस्तीफे का मतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ उनका 100वां टेस्ट केवल एक बल्लेबाज के तौर पर होगा, जहां वह 71वें शतक के सूखे को खत्म करना चाहेंगे. कोहली सफेद गेंद वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा हैं, जो छह फरवरी से शुरू होने वाले तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में वेस्टइंडीज से भिड़ेगी.
कोहली ने सोमवार को तीनों प्रारूपों में नेतृत्व से हटने के बाद टीम के एक वरिष्ठ सदस्य के रूप में अपने दृष्टिकोण के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि कोई प्लेयर टीम का कप्तान नहीं होने पर भी टीम में कैसे योगदान दे सकता है.
कोहली ने कहा था, 'हर चीज का एक कार्यकाल और समय अवधि होता है.आपको स्पष्ट रूप से इसके बारे में पता होना चाहिए. लोग कह सकते हैं कि 'इस आदमी ने क्या किया है' लेकिन आप जानते हैं कि जब आप आगे बढ़ने और अधिक हासिल करने के बारे में सोचते हैं, तो आपको लगता है कि आपने अपना काम किया है.
कोहली ने कहा, 'अब एक बल्लेबाज के रूप में आपके पास टीम में योगदान करने के लिए और भी चीजें हो सकती हैं. आप टीम को और अधिक जीत दिला सकते हैं. इसलिए उस पर गर्व करें. आपको नेतृत्व करने के लिए कप्तान होने की आवश्यकता नहीं है. यह उतना ही सरल है.'