Gary Kirsten: भारतीय टीम ने जब साल 2011 में मुंबई में क्रिकेट वर्ल्डकप जीता था, तब 28 साल का सूखा खत्म हुआ था. 1983 के बाद ये पहली बार था जब टीम इंडिया ने 50 ओवर का वर्ल्डकप जीता, महेंद्र सिंह धोनी का वो छक्का हर किसी को याद है.
लेकिन इस ऐतिहासिक सफर के पीछे एक और शख्स का हाथ था, जिसने पर्दे के पीछे रहकर टीम इंडिया को बेहतरीन टीम बनाया. साउथ अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी और तब भारतीय टीम के कोच रहे गैरी कर्स्टन.
23 नवंबर (आज) को गैरी कर्स्टन का जन्मदिन है, ऐसे में उन्हें क्रिकेट जगत से बधाईयां मिल रही हैं. 1967 में 23 नवंबर को केपटाउन में जन्मे गैरी कर्स्टन की गिनती साउथ अफ्रीका के शानदार खिलाड़ियों में से होती है. भले ही उनकी तकनीक काफी शानदार ना रही हो, लेकिन गैरी कर्स्टन के जज्बे ने उन्हें अपने देश का बड़ा सितारा बनाया.
...जब पकड़ा था सचिन तेंदुलकर का वो शानदार कैच
भारतीय टीम जब 1996 में साउथ अफ्रीका के दौरे पर थी, तब सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे. डरबन में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम की करारी हार हुई थी, उसी मैच की दूसरी पारी में गैरी कर्स्टन ने सचिन तेंदुलकर का एक शानदार कैच पकड़ा था, जिसकी तुलना अबतक से सबसे बेहतरीन कैच में होती है.
अपनी दूसरी पारी में भारतीय टीम सिर्फ 66 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. जब टीम इंडिया 15 रन के स्कोर पर थी, तब शॉन पोलाक की बॉल पर सचिन ने शॉट खेला लेकिन प्वाइंट पर खड़े गैरी कर्स्टन के हाथ में बॉल चली गई. हवा में उड़ते हुए गैरी कर्स्टन ने सचिन का शानदार कैच पकड़ा जो देखने लायक है.
खास बात ये है कि उस पारी में जो खिलाड़ी थे, वो आज भी किसी ना किसी तरह टीम इंडिया का हिस्सा हैं. विक्रम राठौड़, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, उस मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा थे.