टी-20 वर्ल्डकप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया है और एक नई बहस भी छिड़ी है. क्या विराट कोहली को टी-20 वर्ल्डकप में ओपनिंग करनी चाहिए. कई एक्सपर्ट्स ने अलग-अलग बयान दिए हैं, लेकिन पूर्व ओपनर गौतम गंभीर लगातार इसका विरोध करते आए हैं और कहा है कि इस तरह की चर्चाओं से दूसरे बल्लेबाजों का मनोबल टूटता है.
गौतम गभीर ने कहा, ‘आपको पता है भारत में क्या होता है? जब आप बढ़िया करना शुरू करते हो तो अलग-अलग तरह की थ्योरी सामने आती हैं. विराट कोहली ने जब टी-20 में 100 बनाया, तब सभी भूल गए कि रोहित और राहुल ने लंबे वक्त से क्या किया है. अब हर कोई विराट कोहली से ओपनिंग करवाने की बात कर रहा है.’
गौतम बोले कि इस तरह की चर्चाओं से केएल राहुल के कॉन्फिडेंस पर क्या असर पड़ता होगा. अगर वर्ल्डकप के पहले मैच में केएल राहुल कम रन बनाते हैं, तो हर कोई दूसरे मैच में विराट कोहली से ओपनिंग करवाने का दबाव बनाना शुरू कर देगा.
पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर बोले कि आप ये नहीं चाहेंगे कि आपके सीनियर प्लेयर इस तरह की सोच के साथ उतरें कि क्या उनकी जगह टीम में पक्की है या नहीं. अगर रोहित शर्मा टीम के कप्तान नहीं होते तो शायद वह भी इस तरह की सोच में पड़े होते.
गौरतलब है कि टी-20 वर्ल्डकप से पहले टीम इंडिया कई तरह के प्रयोग करने में जुटी थी. एशिया कप में जब विराट कोहली ओपनिंग करने आए तब उन्होंने यहां सेंचुरी जड़ दी. इसी के बाद से एक बार फिर यह मांग तेज़ हुई कि विराट कोहली को ही टी-20 में ओपनिंग करनी चाहिए. विराट पहले आईपीएल में भी ऐसा कर चुके हैं.
हालांकि, टी-20 में टीम इंडिया के लिए केएल राहुल और रोहित शर्मा ही लंबे वक्त से ओपनिंग करते आए हैं. क्या वर्ल्डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में भारत अपनी ओपनिंग जोड़ी को बदलने का रिस्क लेगा या नहीं, इसपर हर किसी की निगाहें टिकी हैं.
टी-20 वर्ल्डकप के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, आर. अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह.
स्टैंडबाय खिलाड़ी - मोहम्मद शमी, श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई, दीपक चाहर.