ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से नाराज हैं और इसकी वजह है...रणजी ट्रॉफी में इस्तेमाल किए जा रहे पिच. हरभजन सिंह को लगता है कि ये पिचें तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार हैं और इनमें स्पिनरों के लिए कुछ भी नहीं है. जब गीता बसरा के साथ नजर आए हरभजन सिंह...
हरभजन सिंह क्रिकइंफो वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर रणजी ट्रॉफी में भी हरी घास वाली विकेटों का इस्तेमाल होगा तो हम स्पिनर कैसे पैदा कर पाएंगे.
पुणे में पंजाब और महाराष्ट्र के बीच हो रहे मुकाबले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, पुणे की विकेट को देखिए. इन विकेटों पर एक क्रेक नहीं है. न ही कोई फुटमार्क. हमने टॉस जीतकर उन्हें 210 पर ऑल आउट कर दिया. मैच के दूसरे और तीसरे दिन भी पहले सेशन में तेज गेंदबाजों का खासी मदद मिल रही थी. इन विकेटों में इतनी नमी है कि ये चारों दिन तक ऐसा ही व्यवहार करेंगे. ऐसी विकेटों पर स्पिनर क्या करेगा? न कोई स्पिन है, न कोई बाउंस. बल्लेबाज भी पूरी तरह से आश्वस्त होकर गेंदों का सामना कर रहे हैं. हर पिच में स्पिनरों के लिए भी कुछ होना चाहिए. टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को योगदान देने का मौका मिला. ऐसी पिचों पर यह नहीं हो पाता है.'
हरभजन सिंह ने कहा कि अगर भारत को अपनी बॉलिंग लाइनअप बेहतर बनाना है तो स्पोर्टिंग पिच बनाने की जरूरत है. न कि ऐसी पिचें, जहां पर साधारण गेंदबाज भी खतरनाक नजर आएं.
हरभजन सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि कुछ डोमेस्टिक गेंदबाज जो 120 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा तेज गेंदबाजी नहीं कर पाते, वे भी खुद को मेलकम मार्शल समझने लगे हैं.